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पंचायत चुनाव: EVM में लॉक हुई प्रत्याशियों की किस्मत, नतीजों को लेकर तेज हुई धड़कनें - State Election Commission Commissioner Deepak Prasad

बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के दूसरे चरण में 55.02% मतदान हुआ है. दूसरे चरण में महिला मतदाताओं का वोटिंग प्रतिशत पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा रहा है. वहीं, गया में सर्वाधिक 63.50% वोटिंग हुई है. पढ़ें रिपोर्ट...

पंचायत चुनाव
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Published : Sep 29, 2021, 9:21 PM IST

पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के दूसरे चरण में बुधवार को 34 जिला के 48 प्रखंडों में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ. राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) ने जानकारी देते हुए बताया कि शाम 5 बजे तक 55.02% मतदान हुआ है. जिसमें महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 60.50% रहा है, जबकि पुरुष मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 46.02% रहा है.

ये भी पढ़ें- पंचायत चुनाव दूसरा चरण: छिटपुट घटनाओं के साथ मतदान खत्म, 55.02% हुई वोटिंग

''शाम 5 बजे के बाद भी कई मतदान केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया जारी है. ऐसे लोग जो 5 बजे के पहले मतदान के लिए कतार में खड़े हो गए थे, उन लोगों के वोट डाले जाने तक मतदान जारी रहेगा. दूसरे चरण में गया में सर्वाधिक 63.50% मतदान हुआ है. जबकि दूसरे नंबर पर सिवान जिला रहा है, जहां 63.25% मतदान हुआ है. तीसरे नंबर पर सुपौल रहा है, जहां 62.66% मतदान हुआ है.''- दीपक प्रसाद, आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग

देखिए वीडियो

राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त दीपक प्रसाद ने बताया कि दूसरे चरण का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. चुनाव के दौरान 424 लाइसेंस रहित शस्त्र, 1817 कारतूस, दो बम, 739 अवैध रूप से संचालित शस्त्र निर्माण स्थलों को सीज किया गया है. राज्य निर्वाचन आयोग को प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिन के 3 बजे तक 166 गिरफ्तारियां हुई हैं. यह गिरफ्तारियां उन लोगों की हुई हैं, जो चुनाव में गड़बड़ी का प्रयास कर रहे थे और शांति भंग करने की कोशिश कर रहे थे.

ये भी पढ़ें- VIDEO: दारोगा ने 110 साल की बुजुर्ग महिला को गोद में उठाकर दिलाया वोट

बक्सर के बूथ नंबर 101 राजापुर पंचायत के प्रेजाइडिंग ऑफिसर को गड़बड़ी के कारण हटाया गया है और निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की गई है. प्रेजाइडिंग ऑफिसर पर चुनाव में गड़बड़ी करने और एक पक्षीय होने का आरोप लगा है. ऐसे में उन्हें निलंबित कर उन पर केस दर्ज किया गया है. चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य निर्वाचन आयोग के कंट्रोल रूम सेल में सिर्फ 72 शिकायत आई हैं. जिसमें अधिकांश कंप्लेन ईवीएम की खराबी को लेकर रही है.

राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त ने बताया कि 54 मामले ईवीएम की खराबी के रहे, दो मामले ईवीएम की बैटरी खराब होने से संबंधित रहे, 14 मामले बायोमैट्रिक मशीन के खराब होने से जुड़े रहे और एक मामला बक्सर से पीठासीन पदाधिकारी यानी प्रेजाइडिंग ऑफिसर से जुड़ा रहा है. अररिया के एक मतदान केंद्र पर जमीन पर ईवीएम सिस्टम रख कर मतदान की प्रक्रिया कराने का मामला सामने आया है और इस मामले पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए प्रेजाइडिंग ऑफिसर को शो-कॉज किया है और जिलाधिकारी से इस पर रिपोर्ट मांगी है कि आखिर वहां टेबल की व्यवस्था क्यों नहीं हो पाई और मतदाताओं को परेशानी क्यों उठानी पड़ी है.

ये भी पढ़ें- चुनाव के दौरान कभी यहां गरजती थी नक्सलियों की बंदूकें, अब बदल गया है माहौल

उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव में इस बार अति संवेदनशील 238 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, ताकि किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में आवश्यक कार्रवाई की जा सकें. जिला कंट्रोल रूम और स्टेट कंट्रोल रूम में वेबकास्टिंग के माध्यम से इन मतदान केंद्रों पर लगातार मॉनिटरिंग की गई.

दूसरे चरण के मतदान के दौरान कई मतदान केंद्रों पर बायोमेट्रिक सिस्टम फेल होने का मामला सामने आया. ऐसे में ईटीवी भारत संवाददाता ने जब राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त दीपक प्रसाद से प्रश्न पूछा तो उन्होंने कहा कि पहली बार देश भर में किसी चुनाव में बायोमेट्रिक सिस्टम का यूज किया जा रहा है. ऐसे में यह पहल नई है और हार्डवेयर से लेकर सॉफ्टवेयर की कुछ समस्या रही है, इसके साथ ही इंटरनेट की स्पीड में भी काफी समस्या आ रही है.

उन्होंने कहा कि अधिकांश जगहों पर बायोमेट्रिक सिस्टम काम किया है और कई जगहों पर बायोमेट्रिक सिस्टम काम नहीं किया, लेकिन इस वजह से मतदान प्रभावित नहीं हुआ है. बिना बायोमेट्रिक उन केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया सुचारू रूप से चली है. बोगस वोटिंग को रोकने के लिए भी प्रत्येक मतदान केंद्र पर इस बार बायोमेट्रिक की व्यवस्था की गई है. बायोमेट्रिक में जो कुछ भी दिक्कत आ रही हैं, उसको टेक्निकल टीम देख रही है और इसके निदान और सुचारू क्रियान्वयन के लिए टीम लगातार काम कर रही है.

पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के दूसरे चरण में बुधवार को 34 जिला के 48 प्रखंडों में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ. राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) ने जानकारी देते हुए बताया कि शाम 5 बजे तक 55.02% मतदान हुआ है. जिसमें महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 60.50% रहा है, जबकि पुरुष मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 46.02% रहा है.

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''शाम 5 बजे के बाद भी कई मतदान केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया जारी है. ऐसे लोग जो 5 बजे के पहले मतदान के लिए कतार में खड़े हो गए थे, उन लोगों के वोट डाले जाने तक मतदान जारी रहेगा. दूसरे चरण में गया में सर्वाधिक 63.50% मतदान हुआ है. जबकि दूसरे नंबर पर सिवान जिला रहा है, जहां 63.25% मतदान हुआ है. तीसरे नंबर पर सुपौल रहा है, जहां 62.66% मतदान हुआ है.''- दीपक प्रसाद, आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग

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राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त दीपक प्रसाद ने बताया कि दूसरे चरण का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. चुनाव के दौरान 424 लाइसेंस रहित शस्त्र, 1817 कारतूस, दो बम, 739 अवैध रूप से संचालित शस्त्र निर्माण स्थलों को सीज किया गया है. राज्य निर्वाचन आयोग को प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिन के 3 बजे तक 166 गिरफ्तारियां हुई हैं. यह गिरफ्तारियां उन लोगों की हुई हैं, जो चुनाव में गड़बड़ी का प्रयास कर रहे थे और शांति भंग करने की कोशिश कर रहे थे.

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बक्सर के बूथ नंबर 101 राजापुर पंचायत के प्रेजाइडिंग ऑफिसर को गड़बड़ी के कारण हटाया गया है और निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की गई है. प्रेजाइडिंग ऑफिसर पर चुनाव में गड़बड़ी करने और एक पक्षीय होने का आरोप लगा है. ऐसे में उन्हें निलंबित कर उन पर केस दर्ज किया गया है. चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य निर्वाचन आयोग के कंट्रोल रूम सेल में सिर्फ 72 शिकायत आई हैं. जिसमें अधिकांश कंप्लेन ईवीएम की खराबी को लेकर रही है.

राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त ने बताया कि 54 मामले ईवीएम की खराबी के रहे, दो मामले ईवीएम की बैटरी खराब होने से संबंधित रहे, 14 मामले बायोमैट्रिक मशीन के खराब होने से जुड़े रहे और एक मामला बक्सर से पीठासीन पदाधिकारी यानी प्रेजाइडिंग ऑफिसर से जुड़ा रहा है. अररिया के एक मतदान केंद्र पर जमीन पर ईवीएम सिस्टम रख कर मतदान की प्रक्रिया कराने का मामला सामने आया है और इस मामले पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए प्रेजाइडिंग ऑफिसर को शो-कॉज किया है और जिलाधिकारी से इस पर रिपोर्ट मांगी है कि आखिर वहां टेबल की व्यवस्था क्यों नहीं हो पाई और मतदाताओं को परेशानी क्यों उठानी पड़ी है.

ये भी पढ़ें- चुनाव के दौरान कभी यहां गरजती थी नक्सलियों की बंदूकें, अब बदल गया है माहौल

उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव में इस बार अति संवेदनशील 238 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, ताकि किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में आवश्यक कार्रवाई की जा सकें. जिला कंट्रोल रूम और स्टेट कंट्रोल रूम में वेबकास्टिंग के माध्यम से इन मतदान केंद्रों पर लगातार मॉनिटरिंग की गई.

दूसरे चरण के मतदान के दौरान कई मतदान केंद्रों पर बायोमेट्रिक सिस्टम फेल होने का मामला सामने आया. ऐसे में ईटीवी भारत संवाददाता ने जब राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त दीपक प्रसाद से प्रश्न पूछा तो उन्होंने कहा कि पहली बार देश भर में किसी चुनाव में बायोमेट्रिक सिस्टम का यूज किया जा रहा है. ऐसे में यह पहल नई है और हार्डवेयर से लेकर सॉफ्टवेयर की कुछ समस्या रही है, इसके साथ ही इंटरनेट की स्पीड में भी काफी समस्या आ रही है.

उन्होंने कहा कि अधिकांश जगहों पर बायोमेट्रिक सिस्टम काम किया है और कई जगहों पर बायोमेट्रिक सिस्टम काम नहीं किया, लेकिन इस वजह से मतदान प्रभावित नहीं हुआ है. बिना बायोमेट्रिक उन केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया सुचारू रूप से चली है. बोगस वोटिंग को रोकने के लिए भी प्रत्येक मतदान केंद्र पर इस बार बायोमेट्रिक की व्यवस्था की गई है. बायोमेट्रिक में जो कुछ भी दिक्कत आ रही हैं, उसको टेक्निकल टीम देख रही है और इसके निदान और सुचारू क्रियान्वयन के लिए टीम लगातार काम कर रही है.

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