पटना: जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सह विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा का 'सद्भावना बचाओ-देश बचाओ' कार्यक्रम (sadbhavana bachao desh bachao yatra) 4 नवंबर से आरंभ करेंगे. यह कार्यक्रम चार दिन तक चलेगा. उपेन्द्र कुशवाहा का 'सद्भावना बचाओ-देश बचाओ' कार्यक्रम का दूसरा चरण है. जदयू के सद्भावना बचाओ-देश बचाओ कार्यक्रम के तहत 4 नवंबर को पश्चिमी चंपारण, 5 नवंबर को पूर्वी चंपारण, 6 नवंबर को सीतामढ़ी एवं 7 नवंबर को मधुबनी में जिला सम्मेलन कार्यक्रम किया जाएगा.
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चौपाल लगायी जाएगीः दूसरे चरण में उपेंद्र कुशवाहा टीम के साथ 4 जिलों का दौरा करेंगे. इन जिलों में चौपाल भी लगायी जाएगी. उपेंद्र कुशवाहा के साथ जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, विधान पार्षद रामेश्वर महतो, विधान पार्षद खालिद अनवर, प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ व सुभाष कुशवाहा भी रहेंगे. पार्टी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में उपेंद्र कुशवाहा का सद्भावना बचाओ देश बचाओ कार्यक्रम कथित रूप से भाजपा की सामाजिक राजनीति के खिलाफ है.
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बक्सर में हुआ था विरोधः बता दें कि 'सद्भावना बचाओ-देश बचाओ' कार्यक्रम के पहले चरण में उपेंद्र कुशवाहा का कार्यक्रम कैमूर, रोहतास, बक्सर और अन्य इलाकों में हुआ था. बक्सर में JDU के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सद्भावना बचाओ - देश बचाओ कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे. बीच रास्ते में उन्हें पार्टी के ही कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा था. किला मैदान में आयोजित सद्भावना बचाओ- देश बचाओ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जैसे ज्योति चौक के पास पहुंचे, उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं ने घेर लिया. यहां उन्हें काला झंडा दिखाया गया और उनपर बैंगन और भिंडी भी फेंका गया था.