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बिहार जाति गणना: सरकारी नौकरी के लिए 1, प्राइवेट का 2, भिखारी का 10.. जानें नया लेबर कोड - जातीय जनगणना का दूसरा चरण

बिहार में जातीय जनगणना का दूसरा चरण 15 अप्रैल से शुरू हो रहा है. इसको लेकर तैयारी अंतिम चरण में है. दूसरे चरण में भी कोडिंग के माध्यम से जनगणना की जाएगी. हालांकि, कोड या नो कोड हो, इसको लेकर संशय बरकरार है.

बिहार में जातीय जनगणना
बिहार में जातीय जनगणना
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Published : Apr 6, 2023, 10:26 PM IST

Updated : Apr 7, 2023, 8:07 AM IST

पटना: बिहार में जातीय जनगणना (Cast Census In Bihar) जब से शुरू हुई तब से चर्चा में है. ताजा चर्चा का विषय कथित रूप से जातियों की कोडिंग का नंबर है. जिसमें विभिन्न जातियों के आगे एक विशिष्ट नंबर दर्शाया गया है. सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न समाचार माध्यमों में जातियों की सूची जबरदस्त तरीके से वायरल है. इस सूची में हर जाति के नाम के आगे एक विशिष्ट नंबर दर्शाया गया है. आलम यह है कि लोग सोशल साइट से लेकर अन्य जगहों पर अपनी-अपनी जातियों के नाम के आगे के नंबर को दर्शा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- Patna News: जातीय जनगणना के दूसरे चरण के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण, मसौढ़ी में 502 गणनाकर्मी की ड्यूटी

दूसरे चरण की जनगणना के लिए कोड जारी: सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से ऑनलाइन मोबाइल ऐप में 214 जातियों के लिए कोड जारी किया गया है. बता दें कि जाति आधारित गणना का दूसरा चरण अगले 15 अप्रैल से शुरू होगा. इस गणना में कुल 17 सवाल पूछे जाएंगे और इसके लिए कुल 15 कोड तय किए गए हैं. हालांकि, वायरल हुए ये कोड आधिकारिक है या अनाधिकारिक, इसके बारे में अभी तस्वीर स्पष्ट नहीं हो पा रही है.

ऐप में प्रविष्ट रहेंगे सारे कोड: टेलीफोन पर हुई बात में जातीय जनगणना को लेकर पटना जिला के नोडल अधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह कहते हैं कि, जाति जनगणना में प्रशिक्षण के लिए इस कोड का प्रयोग किया जा रहा है. ऐसे में अगर आम जनता अपनी जाति के लिए इस कोड का इस्तेमाल कर रही है, यह समझ से परे है. उनका यह भी कहना था कि जाति आधारित जनगणना का जो एप होगा, उनमें यह सारे कोड प्रविष्ट रहेंगे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी इसके बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

धर्म के लिए अलग कोड: प्राप्त जानकारी के अनुसार सामान्य प्रशासन विभाग ने गुरुवार को विभिन्न तरह के कोड में बदलाव किया है. विभाग द्वारा धर्म, पेशा, मासिक आय, वाहन, जमीन और शिक्षा के लिए कोड तय कर दिया है. इसमें हिंदू के लिए - 1, इस्लाम के लिए -2, ईसाई के लिए -3 , सिख के लिए - 4, बौद्ध के लिए- 5, जैन के लिए- 6, अन्य के लिए- 7 और किसी भी धर्म के लिए नहीं के लिए- 8 कोड तय किए गए हैं.

नौकरी के लिए भी कोड जारी: इसी प्रकार से सरकारी नौकरी के लिए - 1, संगठित क्षेत्र में प्राइवेट नौकरी के लिए- 2, असंगठित क्षेत्र में प्राइवेट नौकरी के लिए- 3, स्वरोजगार के लिए- 4, काश्तकार के लिए- 5, खेतिहर मजदूर के लिए- 6, निर्माण मजदूर के लिए- 7, अन्य मजदूरों के लिए- 8, मिस्त्री के लिए- 9, भिखारी के लिए- 10, कचरा बिनने वालों के लिए- 11, अन्य काम के लिए- 12, विद्यार्थी के लिए- 13, गृहणी के लिए- 14 और कुछ नहीं करने के लिए कोड- 15 तय किए गए हैं.

पटना: बिहार में जातीय जनगणना (Cast Census In Bihar) जब से शुरू हुई तब से चर्चा में है. ताजा चर्चा का विषय कथित रूप से जातियों की कोडिंग का नंबर है. जिसमें विभिन्न जातियों के आगे एक विशिष्ट नंबर दर्शाया गया है. सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न समाचार माध्यमों में जातियों की सूची जबरदस्त तरीके से वायरल है. इस सूची में हर जाति के नाम के आगे एक विशिष्ट नंबर दर्शाया गया है. आलम यह है कि लोग सोशल साइट से लेकर अन्य जगहों पर अपनी-अपनी जातियों के नाम के आगे के नंबर को दर्शा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- Patna News: जातीय जनगणना के दूसरे चरण के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण, मसौढ़ी में 502 गणनाकर्मी की ड्यूटी

दूसरे चरण की जनगणना के लिए कोड जारी: सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से ऑनलाइन मोबाइल ऐप में 214 जातियों के लिए कोड जारी किया गया है. बता दें कि जाति आधारित गणना का दूसरा चरण अगले 15 अप्रैल से शुरू होगा. इस गणना में कुल 17 सवाल पूछे जाएंगे और इसके लिए कुल 15 कोड तय किए गए हैं. हालांकि, वायरल हुए ये कोड आधिकारिक है या अनाधिकारिक, इसके बारे में अभी तस्वीर स्पष्ट नहीं हो पा रही है.

ऐप में प्रविष्ट रहेंगे सारे कोड: टेलीफोन पर हुई बात में जातीय जनगणना को लेकर पटना जिला के नोडल अधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह कहते हैं कि, जाति जनगणना में प्रशिक्षण के लिए इस कोड का प्रयोग किया जा रहा है. ऐसे में अगर आम जनता अपनी जाति के लिए इस कोड का इस्तेमाल कर रही है, यह समझ से परे है. उनका यह भी कहना था कि जाति आधारित जनगणना का जो एप होगा, उनमें यह सारे कोड प्रविष्ट रहेंगे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी इसके बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

धर्म के लिए अलग कोड: प्राप्त जानकारी के अनुसार सामान्य प्रशासन विभाग ने गुरुवार को विभिन्न तरह के कोड में बदलाव किया है. विभाग द्वारा धर्म, पेशा, मासिक आय, वाहन, जमीन और शिक्षा के लिए कोड तय कर दिया है. इसमें हिंदू के लिए - 1, इस्लाम के लिए -2, ईसाई के लिए -3 , सिख के लिए - 4, बौद्ध के लिए- 5, जैन के लिए- 6, अन्य के लिए- 7 और किसी भी धर्म के लिए नहीं के लिए- 8 कोड तय किए गए हैं.

नौकरी के लिए भी कोड जारी: इसी प्रकार से सरकारी नौकरी के लिए - 1, संगठित क्षेत्र में प्राइवेट नौकरी के लिए- 2, असंगठित क्षेत्र में प्राइवेट नौकरी के लिए- 3, स्वरोजगार के लिए- 4, काश्तकार के लिए- 5, खेतिहर मजदूर के लिए- 6, निर्माण मजदूर के लिए- 7, अन्य मजदूरों के लिए- 8, मिस्त्री के लिए- 9, भिखारी के लिए- 10, कचरा बिनने वालों के लिए- 11, अन्य काम के लिए- 12, विद्यार्थी के लिए- 13, गृहणी के लिए- 14 और कुछ नहीं करने के लिए कोड- 15 तय किए गए हैं.

Last Updated : Apr 7, 2023, 8:07 AM IST
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