पटना: बिहार में बुधवार से मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो गई है और पहले दिन साइंस विषय की परीक्षा है. पहले दिन पहली पाली में पटना के मिलर हाई स्कूल से साइंस का पेपर देकर निकलते छात्रों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण उनकी पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हुई और उनकी अच्छी तैयारी नहीं हो पाई. ऐसे में वह अपनी समस्या अच्छे तरीके से पेपर सॉल्व कर रहे हैं. लेकिन उन्हें इस बात का कॉन्फिडेंस नहीं है कि उनका एग्जाम अच्छा गया है.
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छात्रों को नहीं है कॉन्फिडेंस
राजधानी के मिलर हाई स्कूल से परीक्षा देकर निकलते छात्र धीरज कुमार ने बताया कि पेपर अच्छा गया है. लेकिन उन्हें कॉन्फिडेंस नहीं है कि अच्छे मार्क्स आएंगे या नहीं. धीरज ने बताया कि लॉकडाउन के कारण इस साल स्कूल कोचिंग में पढ़ाई उनकी बिल्कुल नहीं हो पाई है. ऐसे में वह खुद से जितना पढ़े हुए हैं उसी के अनुसार क्वेश्चन का आंसर लिखे हैं. धीरज ने सब बताया कि वह एग्जाम में इस बार खुद की तैयारी से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है क्योंकि उनकी पढ़ाई पर लॉकडाउन का गहरा असर पड़ा है.
लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुई पढ़ाई
छात्र रोहित कुमार ने बताया कि उनकी परीक्षा अच्छी गई है और पूरी कड़ाई के साथ परीक्षा ली जा रही है. परीक्षा केंद्र के अंदर कदाचार का कोई स्कोप नहीं है और कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए एक बेंच पर अधिकतम 2 छात्र के ही बैठने की व्यवस्था है. परीक्षार्थी अजीत कुमार ने बताया कि ऑब्जेक्टिव में 80 प्रश्न पूछे गए थे जिनमें से 40 का आंसर करना था और ऑब्जेक्टिव के कारण ही उनके मार्क्स अच्छे आ सकते हैं. अजीत ने बताया कि सर्ब्जित ईद के 30 प्रश्न पूछे गए थे, जिसमें 15 का आंसर करना था और सब्जेक्ट इन प्रश्नों के आंसर को लेकर वह संतुष्ट नहीं है कि उन्होंने जो आंसर लिखे हैं वह सही ही लिखे हैं.