पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है. बीजेपी और जेडीयू डिजिटल चुनाव की तैयारी कर रही है. इसके लिए डिजिटल रैली और डिजिटल वर्चुअल सम्मेलन किया जा रहा है. वहीं सीपीआई ने भी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. इसको लेकर राज्य कार्यकारिणी की बैठक भी हुई.
तैयारी में नहीं होगा बदलाव
बैठक में यह तय किया गया है कि पार्टी 'लेफ्ट यूनिटी' बनाएगी. लेफ्ट यूनिटी के आधार पर डेमोक्रेटिक सेकुलर पार्टी, धर्मनिरपेक्ष पार्टी के साथ बैठक और तालमेल करके इस चुनाव को लड़ेगी. इस वर्ष हमारा मुख्य उद्देश्य यही है. वामदल शुरू से ही लोगों से काफी जमीनी स्तर से जुड़े हुए हैं. इस वर्ष भी तैयारी हर वर्ष की तरह ही की जाएगी. कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.
वर्चुअल रैली में पैसे की बर्बादी
सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी वर्चुअल रैली नहीं करेगी. क्योंकि हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं और इसका कोई फायदा भी नहीं. वर्चुअल रैली से सिर्फ और सिर्फ पैसों की बर्बादी होती है.
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से पूरे भारत में अलग-अलग जगह पर चुनाव हुए हैं, हर जगह पैसे पर ही एमएलए को खरीद लिया गया है. जो पार्टियां वर्चुअल रैली कर रही है, उनके पास बहुत पैसे हैं और वह एमएलए को खरीद कर चुनाव जीत जाते हैं. हिंदुस्तान के बैंक को लूट कर अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.
जनता से जुड़ी है पार्टी
सत्यनारायण सिंह ने कहा कि सीपीआई शुरू से ही जनता से जुड़ी हुई पार्टी है और जनता से संपर्क करके चुनाव की तैयारी करेगी. छोटी-छोटी रैली, मीटिंग, बैठक करके ही तैयारियां होंगी. चुनाव की तैयारी अब शुरू हो चुकी है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण अधिक लोगों को एक जगह एकत्रित नहीं किया जा सकता है. इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए हम चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं.