पटना: मां सरस्वती की पूजा (Basant Panchami 2023) श्रद्धा और भक्ति के साथ पटना के प्रख्यात शिक्षक गुरु रहमान के अदम्य अदिति गुरुकुल में मनाई गई. गुरु रहमान ने कहा कि 19 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद गणतंत्र दिवस और सरस्वती पूजा एक ही दिन पड़ रहा है. यह बहुत ही शुभ अवसर है. जो छात्र बीपीएससी, यूपीएससी क्वालीफाई कर देश की सेवा करना चाहते हैं वह सभी बच्चे मां शारदे से कामना कर रहे हैं. उन्हें इसी वर्ष नौकरी मिल जाए.
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मुक्त माहौल में सरस्वती पूजा का आयोजन: गुरु रहमान ने कहा कि 2 वर्ष के लंबे समय के बाद इस बार कोरोना के भय से मुक्त माहौल में सरस्वती पूजा का आयोजन हो रहा है. मां शारदे की कृपा दृष्टि बनी रही तो अब दोबारा से कोरोना का संक्रमण नहीं देखने को मिलेगा. यही बच्चे कामना कर रहे हैं. सैकड़ों की तादाद में गुरुकुल में पढ़ने वाले बेटे और बेटियों ने यहां पूजा और प्रसाद की तैयारी की है.
"19 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद गणतंत्र दिवस और सरस्वती पूजा एक ही दिन पड़ रहा है. यह बहुत ही शुभ अवसर है. जो छात्र बीपीएससी, यूपीएससी क्वालीफाई कर देश की सेवा करना चाहते हैं वह सभी बच्चे मां शारदे से कामना कर रहे हैं. उन्हें इसी वर्ष नौकरी मिल जाए और अपने कांधे पर स्टार लगाकर देश की सेवा करें." -गुरु रहमान
"हजारों की तादाद में विद्यार्थी जुटे हुए हैं. मां शारदे की आराधना करते हुए अपने उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं. गुरु रहमान की जो विचारधारा है कलम क्रांति की. वह आगे बढ़े और एक शिक्षित समाज का निर्माण हो इसकी वह मां शारदे से कामना करते हैं." -मुन्ना सर, निदेशक, अदम्य अदिति गुरुकुल
दिव्यांग बच्चों को 11 रुपये की गुरु दक्षिणा में पढ़ाते हैं: गुरु रहमान ने कहा कि वह हर असहाय गरीब बच्चे दिव्यांग बच्चों को 11 रुपये की गुरु दक्षिणा में पढ़ाते रहे हैं और आगे भी पढ़ाते रहेंगे. उन्होंने माता सरस्वती से कामना की है. उनके दो किताब पब्लिश हुए हैं. उस किताब को भी मां शारदे के श्री चरणों में रखा है. वह मां शारदे से कामना कर रहे हैं कि 2023 प्रदेश में नौकरी की तैयारी करने वाले तमाम बेटी और बेटियों के लिए बेरोजगारी का आखिरी साल साबित हो.