पटना: बिहार में पिछले साल महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से अब तक तीन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है. आरजेडी के दो मंत्री को विवाद के कारण इस्तीफा देना पड़ा था. कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार को सरकार बनने के कुछ ही दिन बाद इस्तीफा देना पड़ा और उसके बाद कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने भी इस्तीफा दिया और अब SC-ST मंत्री संतोष सुमन ने इस्तीफा दे दिया है.
संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद 4 मंत्री पद खाली: बिहार सरकार में पहले से आरजेडी के दो मंत्री पद खाली हैं तो वहीं कांग्रेस का भी एक मंत्री का पद खाली पड़ा है. अब एक और मंत्री के इस्तीफे से कुल 4 मंत्री पद खाली हो गए हैं. पहले भी मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा होती रही है.
मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा तेज: अब जीतन राम मांझी के बेटे के इस्तीफे के बाद फिर से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा होने लगी है. 23 जून को विपक्षी दलों की पटना में बैठक होने जा रही है. जो जानकारी मिल रही है, उससे पहले नीतीश कुमार मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं.
मंत्री पद की रेस में रत्नेश सदा का नाम: जदयू की ओर से किसी दलित को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है. रत्नेश सदा का नाम चर्चा में है क्योंकि जिस समाज से संतोष सुमन आते हैं, उसी मुसहर समाज से रत्नेश सदा भी आते हैं. जीतन राम मांझी के बेटे के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी के साथ बैठक भी की है और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा की है.
कांग्रेस की मांग के कारण अटका था विस्तार: ऐसे मंत्रिमंडल विस्तार इसलिए लटका रहा क्योंकि कांग्रेस की तरफ से दो मंत्री पद की मांग हो रही थी. अब जब मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो देखना है कि कांग्रेस की मांग पूरी की जाती है या नहीं या सिर्फ एक मंत्री को शपथ दिला कर एक मैसेज देने की कोशिश होती है.