पटनाः पटना जंक्शन से संक्रमण का खतरा गहराता दिख रहा है. जिस प्रकार कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है. उसे देखते हुए पूर्व मध्य रेल की ओर से कोई व्यवस्था स्टेशन पर होती नहीं दिख रही है. पटना जंक्शन पर हजारों की संख्या में दूसरे प्रदेशों से यात्री पहुंचते हैं. ऐसे में एक संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है. पहले यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर जाने के पहले पूरी स्क्रीनिंग की जाती थी. उनके बैग और थैले को भी सैनेटाइज किया जाता था.
पहले रेलवे की तरफ से होता था सैनेटाइजेशन
जंक्शन के मुख्य परिसर में इक्का-दुक्का पुलिसकर्मी तैनात भी रहते हैं. परंतु करबिगहिया की ओर से कोई नहीं रहता है. बिना पूछे यात्री प्लेटफॉर्म के अंदर प्रवेश करते हैं. यात्रियों के सामानों को रेलवे की ओर से पहले सैनेटाइज करने की व्यवस्था थी. अब इसे निजी कंपनी को दे दिया गया है. जिस कारण से यात्री अपने पॉकेट से इसके लिए कोई भी शुल्क देने को तैयार नहीं हैं. स्टेशन पर मास्क की भी चेकिंग नहीं हो रही है.
कुछ लोग ही पहन रहे मास्क
यात्रा के दौरान कुछ लोग ही मास्क पहन रहे हैं. जो जागरूक यात्री हैं वे अपने साथ सैनेटाइजर, मास्क व गलव्स लेकर ही यात्रा ही करते हैं. बताते चलें कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगतार वृद्धि हो रही है. लगभग 4708 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जबकि 1389 मरीजों की कोरोना से मृत्यु हो गई है. फिर भी रेलवे लापरवाह बन यात्रियों के जिन्दगी से खिलवाड़ कर रहा है.
कोविड-19 जांच केंद्र भी बनाया गया
स्टेशन डायरेक्टर निलेश कुमार ने बताया कि रेलवे की ओर से यात्रियों की सुरक्षा के लिए काम किया जा रहा है. टिकट काउंटर से लेकर स्टेशन पर लोगों को जागरूक करने के लिए आरपीएफ और जीआरपीफ को निर्देश दिया गया है. लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है. साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से कोविड-19 जांच केंद्र भी बनाया गया है.