नई दिल्ली/पटना: कोरोना वायरस से लड़ रहे देश के लिए सबसे बड़ी चिंता तबलीगी जमात में शामिल लोग हो गए हैं. इसी बीच, नालंदा के बिहारशरीफ में मरकज की बात सामने आने से बिहार में हड़कंप मचा हुआ है. बिहार सरकार की चहुंओर किरकिरी हो रही है. इसी क्रम में बीजेपी के वरिष्ठ नेता आरके सिन्हा ने मामले में कार्रवाई की मांग की है.
'कार्यक्रम से आ रही है षड्यंत्र की बू'
आरके सिन्हा ने कहा कि नालंदा में 13-14 मार्च को संपन्न तबलीगी मरकज सम्मेलन के लिए जमात के लोगों ने प्रशासन से न तो परमिशन लिया और न ही सरकार को कार्यक्रम की सूचना दी थी. कार्यक्रम का आयोजन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में हुआ. सीएम के गृह जिले में हुए कार्यक्रम से षड्यंत्र की बू आ रही है.
'सरकार को करनी चाहिये सख्त कार्रवाई'
सवाल उठाते हुए आरके सिन्हा ने कहा कि तबलीगियों के मरकज तो हर जिले पटना, कटिहार, पूर्णियां, दरंभगा, मुजफ्फरपुर में भी हैं, लेकिन नालंदा को ही क्यों चुना गया. वहां, बकायदा पंडाल लगाकर यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. मामले को ठंडे बस्ते में डालने की बजाय बिहार सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिये.