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कर्पूरी ठाकुर की विरासत का दावा करने वाले कुछ ठोस काम भी करें: आरके सिन्हा - नई दिल्ली से बड़ी खबर

बीजेपी के वरिष्ठ नेता आरके सिन्हा ने कहा कि आज पूरा देश जन नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती मना रहा है. कर्पूरी जी के जयंती के नाम पर अलग-अलग दल के नेता लोग कर्पूरी जी को अपना-अपना बताने पर और सिद्ध करने में लगे हुए हैं. इसमें कोई हर्ज भी नहीं है. लेकिन, थोड़ा इतिहास भी तो देखना चाहिए.

पटना
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Published : Jan 24, 2021, 3:16 PM IST

नई दिल्ली/पटना: बीजेपी नेता आरके सिन्हा ने कहा कि आज पूरा देश जन नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती मना रहा है. कर्पूरी जी की विरासत का दावा करने वाले उनकी स्मृति में कुछ ठोस काम भी तो करें.

''कर्पूरी जी कैसे मुख्यमंत्री बने, उसमें कौन-कौन सहायक हुये और कौन-कौन बाधक बने, कर्पूरी जी ने इमरजेंसी के दौरान कितना संघर्ष किया, कैसे वे जान बचाकर भागकर नेपाल पहुंचे, उन सारी बातों को जानने, समझने और उनमें सहयेाग करने वाले कौन-कौन थे, इसका इतिहास नेताओं को देखना चाहिये''- आरके सिन्हा, बीजेपी नेता

बीजेपी नेता आरके सिन्हा

आरके सिन्हा ने कहा कि आज के दौर में जितने भी दल हैं, वे उन दिनों पैदा भी नहीं हुए थे. मैं बात तो इमरजेंसी की कर रहा हूं. कर्पूरी जी के गांव में एक कॉलेज उनके नाम पर बना है, उनकी स्मृति में. मैंने भी कुछ लाख देकर उस कॉलेज में कुछ कमरे बनवाये हैं. कर्पूरी जी की स्मृति में कुछ ठोस काम कीजिये. वे जन नेता थे और सभी उत्साह पूर्वक उनकी जयंती मनायें और उनकी स्मृति को अमर बनाने के लिये कुछ ठोस काम करें.

ये भी पढ़ें- पटना: जननायक कर्पूरी ठाकुर की 97वीं जयंती पर CM नीतीश ने अर्पित की पुष्पांजलि

बता दें कि जननायक कर्पूरी ठाकुर भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ और मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी रह चुके थे. मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया. उनका जीवन लोगों के लिए आदर्श से कम नहीं है. सभी दल उनकी 97वीं जयंती आज मना रहे हैं. हमेशा से कई राजनीतिक दल उनकी विरासत पर ठावा ठोकते रहे हैं.

नई दिल्ली/पटना: बीजेपी नेता आरके सिन्हा ने कहा कि आज पूरा देश जन नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती मना रहा है. कर्पूरी जी की विरासत का दावा करने वाले उनकी स्मृति में कुछ ठोस काम भी तो करें.

''कर्पूरी जी कैसे मुख्यमंत्री बने, उसमें कौन-कौन सहायक हुये और कौन-कौन बाधक बने, कर्पूरी जी ने इमरजेंसी के दौरान कितना संघर्ष किया, कैसे वे जान बचाकर भागकर नेपाल पहुंचे, उन सारी बातों को जानने, समझने और उनमें सहयेाग करने वाले कौन-कौन थे, इसका इतिहास नेताओं को देखना चाहिये''- आरके सिन्हा, बीजेपी नेता

बीजेपी नेता आरके सिन्हा

आरके सिन्हा ने कहा कि आज के दौर में जितने भी दल हैं, वे उन दिनों पैदा भी नहीं हुए थे. मैं बात तो इमरजेंसी की कर रहा हूं. कर्पूरी जी के गांव में एक कॉलेज उनके नाम पर बना है, उनकी स्मृति में. मैंने भी कुछ लाख देकर उस कॉलेज में कुछ कमरे बनवाये हैं. कर्पूरी जी की स्मृति में कुछ ठोस काम कीजिये. वे जन नेता थे और सभी उत्साह पूर्वक उनकी जयंती मनायें और उनकी स्मृति को अमर बनाने के लिये कुछ ठोस काम करें.

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बता दें कि जननायक कर्पूरी ठाकुर भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ और मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी रह चुके थे. मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया. उनका जीवन लोगों के लिए आदर्श से कम नहीं है. सभी दल उनकी 97वीं जयंती आज मना रहे हैं. हमेशा से कई राजनीतिक दल उनकी विरासत पर ठावा ठोकते रहे हैं.

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