पटना: प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी दलों ने इसकी तैयारी अभी से ही शुरू कर दी है. बता दें कि पिछले लोकसभा में करारी हार के बाद राजद के सामने अपने वोट बैंक को मजबूत करने के साथ-साथ जातीय समीकरण को भी साधने की चुनौती है.
अपने पारंपरिक वोट बैंक को साधने के लिए राजद नेता शिवचंद्र राम ने रविदास जयंती के अवसर पर अगले 15 फरवरी को रविदास जयंती पर एक कार्यक्रम आयोजित करने का ऐलान किया है. ये कार्यक्रम पटना के रविन्द्र भवन में आयोजित की जाएगी. जिसमें प्रदेश भर के दलितों और महादलितों को आमंत्रण देने की बात कही जा रही है.
'दलितों को किया जाएगा एकजुट'
राजद नेता शिवचंद्र राम ने कहा कि 15 फरवरी को पटना के रविन्द्र भवन में रविदास जयंती आयोजित की जाएगी. इस कार्यक्रम का उद्घाटन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव करेंगे. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दलितों और महादलितों को एकजुट करना है.
'काला कानून है सीएए'
पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश पर अनचाहा नागरिकता संशोधन कानून थोप दिया है, जिसका पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन जारी है. उन्होंने कहा कि ये कानून दलितों के लिए घातक है. इसलिए राजद इसका पुरजोर विरोध कर रहा है. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान समय में दलितों का शोषण हो रहा है. जिसके खिलाफ दलितों को खुद से लड़ाई लड़नी होगी.
'राजद लड़ेगी दलितों की लड़ाई'
राजद नेता ने कहा कि राजद शुरू से ही दलितों के लिए अपनी आवाज बुलंद करती रही है. उन्होंने कहा कि राजद दलितों और महादलितों को एकजुट करने के लिए एक अभियान चलाएगी. जिसके तहत गांव-गांव जाकर दलितों और महादलितों को एकजुट किया जाएगा.