पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में जीत की कुंजी को पाने से चूकी सूबे की सबसे बड़ी पार्टी में मंथन का दौर चालू है. आरजेडी एक तरफ जहां घर के भेदियों को चुन-चुनकर ठिकाने लगा रही है. वहीं, पार्टी का एक तबका हार से इतर आगामी पांच साल का प्रोग्राम बनाने में जुट गया है. बीते चुनाव में जिस तरह से आरजेडी ने प्रदर्शन किया. उसके बाद तेजस्वी के माथे पर लगा प्रश्न चिन्ह भी मिट गया. पार्टी की हार की समीक्षा को लेकर तेजस्वी आज बैठक कर रहे हैं.
आरजेडी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह कर रहे अध्यक्षता
तेजस्वी पार्टी तमाम बड़े कद्दवार नेताओं के साथ मिलकर हार की समीक्षा कर रहे हैं. बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह कर रहे हैं. इस बैठक में तेजस्वी ने बिहार के सभी उम्मीदवारों और जिला अध्यक्षों और जिला महासचिवों सहित राजद प्रत्याशियों को बुलाया है. बैठक में तेजस्वी प्रत्येक सीट के हार की बारीकी से समीक्षा कर रहे हैं. वहीं, घर में छिपे विभीषणों को भी इस बैठक के बाद बाहर का रास्ता दिखाए जाने की पूरी संभावना जताई जा रही है.
किसान आंदोलन को लेकर रूखरेखा तैयार करेगी आरजेडी
वहीं, चुनावी परिणाम के बाद राजद की यह बैठक कई मायनों खासी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. एक तरफ जहां तेजस्वी सबके साथ मिल बैठकर विपक्ष की भूमिका की तस्वीर तैयार कर रहे हैं. तो वहीं, दूसरी ओर देशभर में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर राजद सूबे में किस प्रकार का रूप अख्तियार करेगी. इस पर भी विचार किया जा रहा है. बता दें कि किसानों के भारत बंद को बीते 8 दिसंबर को समर्थन दिया था. जिसके बाद प्रदेश भर में राजद के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए थे.