पटना: आरजेडी प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बुधवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि एक साल में बिहार ने विकास के मामले में जो कीर्तिमान स्थापित किया है वह अपने आप में एक मिसाल है. केन्द्र के असहयोगात्मक रवैए के बावजूद अपने संसाधनों से महागठबंधन सरकार अपने सात निश्चय कार्यक्रम के तहत जमीनी स्तर पर विकास की रफ्तार को तेजी से आगे बढ़ा रही है.
'महागठबंधन सरकार ने स्थापित किया कीर्तिमान': चित्तरंजन गगन ने कहा कि पिछले एक वर्षों में बेरोजगार नौजवानों को नौकरी और रोजगार देने में तो बिहार की महागठबंधन सरकार ने कीर्तिमान स्थापित करने का काम किया है. अबतक विभिन्न विभागों में हजारों हजार नौजवानों को नियुक्ति पत्र दिया गया. वहीं विभिन्न विभागों में लाखों नौजवानों को नौकरी देने की प्रक्रिया चल रही है. एक लाख सत्तर हजार से ज्यादा तो केवल शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है. बिहार के सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिए शिक्षक बहाली की प्रक्रिया से लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं.
सड़क से लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने का दावा: उन्होंने आगे कहा कि गांव की सड़कों से लेकर गली- गली तक में सड़कों के जाल बिछा दिए गए. बड़े पैमाने पर राज्य में विश्वस्तरीय सड़कों का निर्माण कराया गया है. अब राज्य के अधिकांश गांवों को सड़कों से जोड़ दिया गया है. स्वास्थ्य सेवा के मामले में काफी बेहतर सुधार हुआ है. सभी अस्पतालों में चौबीस घंटे डॉक्टरों की उपस्थिति और दवाओं की उपलब्धता के साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर अब पहले की तुलना में काफी बेहतर बनाया गया है.
"किसानों की स्थिति बेहतर बनाने के लिए कुशल और अनुभवी कृषि विशेषज्ञों की देखरेख में बनाए गए रोड मैप पर तेजी से काम हो रहा है. राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. बिजली की खपत बढ़ी है. शहर से लेकर गांवों तक उपभोक्ताओं को निर्वाध बिजली की आपूर्ति की जा रही है. नल जल योजना के तहत गांव में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है."- चित्तरंजन गगन,आरजेडी प्रवक्ता
'बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी बेहतर': गगन ने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार ने देश को आपसी भाईचारा और साम्प्रदायिक सद्भाव का संदेश देने का काम किया है. एनसीआरबी का रिपोर्ट साक्षी है कि अन्य राज्यों की तुलना में बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी बेहतर है. नीति आयोग के रिपोर्ट में भी विकास के पैमाने पर बिहार की स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है. महागठबंधन सरकार द्वारा राज्य में अपने संसाधन से जातीय जनगणना कराना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है.