पटना: औरंगाबाद में पुलिसकर्मी की कोरोना वायरस से मौत पर बवाल मच गया है. 55 साल के दारोगा की ड्यूटी क्वारंटीन सेंटर पर लगा दी गई थी, इसके बाद वह कोरोना से पीड़ित हो गए थे. कुछ ही दिन बाद उनकी मौत हो गई. इसे लेकर एक तरफ विपक्ष सरकार पर और पुलिस प्रशासन पर हमलावार है. विपक्ष लगातार एसपी और ड्यूटी पर लगाने वाले वरीय पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग कर रहा है. हालांकि सरकार विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया है.पुलिस मुख्यालय ने भी औरंगाबाद एसपी दीपक वर्णवाल से इस मामले को लेकर सो कॉज मांगा है.
आरजेडी का सरकार पर आरोप
दारोगा की मौत पर आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई विरेंद्र ने सरकार और पुलिस प्रशासन पर लापरवाही और संवेदनहीनता का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही की वजह से दारोगा की मौत हुई है. भाई विरेंद्र ने उच्च स्तरीय जांच के बाद 55 साल के दारोगा की ड्यूटी क्वारंटीन सेंटर पर लगाने वाले पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है.
मंत्री नीरज कुमार का जवाब
विपक्ष के आरोपों पर मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि किस वजह से दरोगा की मौत हुई है इसकी पड़ताल चल रही है. पुलिस मुख्यालय के मना करने के बावजूद भी किन परिस्थितियों में 55 साल के दारोगा की ड्यूटी क्वारंटीन सेंटर पर लगाई गई थी, ये जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय ने भी स्थानीय एसपी को शो कॉज किया है. जो भी कर्मी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.