पटना: बाहुबली विधायक अनंत सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सियासत जारी है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और राजद नेता उदय नारायण चौधरी ने इसको लेकर नीतीश सरकार पर हमला किया है. उन्होंने पूछा कि आखिर दोनों नेताओं के खिलाफ 10 साल बाद कार्रवाई क्यों शुरू की गई.
पी चिदंबरम और अनंत सिंह को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है. उदय नारायण चौधरी ने कहा कि राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. कल तक दोनों नेता ईमानदार थे. अब राजनीति में नई परंपरा चल पड़ी है. जो सत्ताधारी दल के साथ है, उसका पाप धुल जाता है. लेकिन जैसे ही विरोधी दल में जाते हैं आपके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो जाती है.
'अपने कारनामों का फल भुगत रहे पी चिदंबरम और अनंत'
उदय नारायण चौधरी के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है. बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार न तो किसी को फंसा रही है और न ही बचा रही है. सभी अपने कारनामों का फल भुगत रहे हैं. उन्होंने कहा कि अनंत सिंह और पी चिदंबरम के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं.
'आरजेडी को अपने नेताओं की गिरफ्तारी का डर'
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि पी चिदंबरम ने वित्तीय अनियमितता की थी. तीन करोड़ की जगह 300 करोड़ का इन्वेस्टमेंट अवैध तरीके से कराया था. जांच में सब कुछ सामने है. जहां तक अनंत सिंह का सवाल है तो अनंत सिंह के घर से एके-47 और हैंड ग्रेनेड जैसे प्रतिबंधित हथियार मिले हैं. पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर दोनों पर कार्रवाई की गई है. आरजेडी को डर है कि कल को उनके नेता भी ऐसे मामलों में न फंस जाएं, इसीलिए वो बचाव के पक्ष में बोल रहे हैं.