पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) की अध्यक्षता में खान एवं भूतत्व विभाग (Mines and Geology Department) की बैठक हुई. बैठक के दौरान समीक्षा करते हुए सीएम ने निर्देश दिया कि लोगों को उचित कीमत पर आसानी से बालू मिले, इसके लिए विभाग लगातार काम करे. वहीं मीटिंग के बाद बाहर निकलकर विभागीय मंत्री जनक राम (Janak Ram) ने कहा कि एक अक्टूबर से बालू का खनन (Sand Mining) शुरू हो जाएगा.
ये भी पढ़ें: अवैध खनन में संलिप्त और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर होगी कार्रवाई- जनक राम
खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम (Mines and Geology Minister Janak Ram) ने कहा कि अवैध बालू खनन (Illegal Sand Mining) को लेकर विभाग लगातार छापेमारी कर रहा है. मीडिया से भी जो जानकारी मिली है, उस पर फौरन एक्शन लिया जाता है.
जनक राम ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को अवैध खनन पर कठोरता से अंकुश लगाने और उसमें शामिल लोगों पर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. सीएम ने कहा कि अभी हाल में विभाग ने व्यापक स्तर पर कार्रवाई भी की है. बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद बालू को ही राजस्व का मुख्य स्रोत माना जाता था. सरकार में आने के बाद हम लोगों ने सभी क्षेत्र में विकास का काम किया है, जिससे राजस्व के कई स्त्रोत बढ़े हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकी संतुलन को ध्यान में रखते हुए सारे कार्य किए जाएं. बिहार में ऐतिहासिक पुरातात्विक महत्व के पहाड़ों को संरक्षित रखना जरूरी है.
ये भी पढ़ें: बोले खान एवं भूतत्व मंत्री- पोटैशियम और क्रोमियम के भंडार बिहार में मिले, खनन को मिली मंजूरी
वहीं, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद पर तेजस्वी यादव के आरोपों पर जनक राम ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को पहले अपनी गिरेबां में झांकना चाहिए. किस तरह से उनके माता-पिता गरीब लोगों का हक मार लेते थे. दरअसल गुरुवार को आरजेडी नेता ने 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगस्त 2020 में ही इस घोटाले को पर्दाफाश किया गया था, लेकिन जांच नहीं की गई. तेजस्वी ने दावा किया इस घाटाले का पर्दाफाश राम प्रकाश महतो ने की थी. फरवरी 2021 में राम प्रकाश महतो ने सीएम नीतीश को इस संबंध में पत्र भी लिखा था, इसके बावजूद सीएम नीतीश ने इस मामले को लेकर संज्ञान नहीं लिया.