पटना: रिटायर्ड फिजिकल टीचर ब्रजकिशोर प्रसाद और उनकी पत्नी कमल लता सिन्हा की मौत का खुलासा हो गया है. पुलिस ने जांच में पाया कि दंपती की मौत कोरोना से नहीं, बल्कि गला दबाकर हत्या की गई है. पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर बेटा, बहू और पोते को गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार को पटना पुलिस ने हत्या की पुष्टि की है.
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इकलौते बेटे ने रची साजिश
पुलिस ने बताया कि हत्या की साजिश इकलौते बेटे ने ही रची थी. जिसमें पत्नी और बेटे भी शामिल थे. जानकारी की अनुसार, हत्या सुबह में ही की गयी थी. लेकिन उसके सबूत मिटाने में तीनों लगे थे. पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद बेटा, बहू और पोते ने पहले पूरे घर फेनाइल से धोया कि कहीं खून के धब्बे न रह जाये. इसके बाद दंपति के मुंह को अच्छे से साबून से साफ कर दिया. पत्नी ने दोनों को साफ कपड़े पहना दिया और फिर अर्थी सजाकर कोरोना से मरने का खेल शुरू कर दिया.
पुलिस ने शक के आधार पर की जांच
घटना के बाद जांच करने गई स्थानीय पुलिस को भी लगा कि ये मामला कोरोना का ही है. लेकिन जब पत्रकार नगर की पुलिस मौके पर पहुंची तो मामला धीरे-धीरे उलझने लगा. पुलिस को शक उस वक्त हुआ जब एक पुलिसकर्मी ने दोनों शव के गर्दन को घुमाया तो ब्रजकिशोर के मुंह से खून निकल गया और दोनों के गर्दन पर रस्सी के निशान दिखने लगे. पुलिस ने उसी वक्त शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
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पुलिस के सामने कबूला जुर्मा
गुरुवार देर रात में ही पूरा मामला साफ हो गया था. सख्ती से जब पुलिस ने पूछताछ की थी तो निप्पू और उसके परिवार ने सारे राज उगल दिए. बेटे निप्पू ने बताया कि पापा पैसा नहीं देते थे, साथ संपत्ति विवाद भी था. पुलिस के सामने निप्पू ने संपत्ति विवाद की बात भी मानी. ऑटो चलाने से घर का खर्च निकल नहीं रहा था. इन्हीं वजहों से उसने इस घटना को अंजाम दिया. इस मामले में कमल लता सिन्हा के भतीजे सतीश के बयान पर रामकृष्णा नगर थाना में हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
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