पटना: बिहार में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर पर मुहर लग गई. जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी की कमान आरसीपी सिंह को सौंप दी. सीएम नीतीश कुमार ने बैठक में आरसीपी सिंह को लेकर प्रस्ताव रखा. सीएम नीतीश कुमार का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया. पार्टी के सभी सदस्यों ने नीतीश कुमार के प्रस्ताव का समर्थन किया.
बिहार में सत्ताधारी दल जदयू पिछले 20 सालों से भी अधिक समय से नीतीश कुमार के इर्द-गिर्द ही घूम रही है. लंबे समय बाद आरसीपी सिंह के रुप में पार्टी को नया अध्यक्ष मिल गया है. आरसीपी सिंह की भूमिका पार्टी में हमेशा ही महत्वपूर्ण रही है. आरसीपी सिंह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहते हुए संगठन का कामकाज बखूबी देखते रहे हैं. आरसीपी सिंह के साथ नीतीश कुमार का हमेशा बेहतर तालमेल देखा गया है. यही कारण है कि आरसीपी सिंह पर नीतीश कुमार ने उन पर अधिक भरोसा जताया है.
रामचंद्र प्रसाद सिंह जेडीयू के कद्दावर नेता है. आरसीपी सिंह बिहार से जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं. नीतीश के जिले नालंदा के रहने वाले आरसीपी सिंह पहले यूपी कैडर में आईएएस अफसर थे और नीतीश सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके हैं. 62 वर्षीय आरसीपी सिंह अवधिया कुर्मी जाति से आते हैं. सिविल सर्विस के दौरान आरसीपी सिंह यूपी सरकार में काफी अहम विभागों में काम कर चुके हैं.
आरसीपी सिंह के जेडीयू के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. पार्टी कार्यालय के बाहर आरसीपी सिंह के समर्थन में जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक में कहा कि मैं दो पद नहीं रख सकता हूं और इसी के बाद उन्होंने यह प्रस्ताव बैठक में दिया था.