पटना: बिहार में मानसून (Monsoon Active In Bihar) को आए काफी दिन हो गए है. आज बुधवार को राजधानी पटना में करीब एक घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई. जिससे कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न (Water Logging In Patna) हो गई. सड़कों पर पानी भरने से वाहन फंसते हुए नजर आए. ऐसे में लोगों को आवागमन करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. नगर निगम बारिश से पहले जलजमाव को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे. इस दावे का पोल महज एक घंटे की बारिश में ही खुल गई.
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कई इलाकों में घुटने भर पानी: पटना में महज 1 घंटे की बारिश में ही कई हिस्सों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. राजधानी के पॉश इलाके में गिनती रामगुलाम चौक, जेपी गोलंबर स्थित मौर्या होटल, गांधी मैदान सहित अन्य इलाकों में घुटने भर पानी जमा हुआ है. इन इलाकों में गाड़ियां धीरे-धीरे रेंगती नजर आई. ऐतिहासिक गांधी मैदान में भी बारिश का पानी भरा हुआ है. यही हाल दूसरे इलाकों का भी है. मानसून से पहले निगम ने दावा किया था कि इस बार जलजमाव की स्थिति नहीं होगी लेकिन हर साल के तरह निगम का दावा फेल साबित हुआ.
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2019 जैसी भयावह स्थिति का डर: मानसून आते ही पटना वासियों के दिमाग में वह 2019 का दृश्य घूमने लगता है. जब पटना में कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए थे. पानी में डूब जाने के कारण कई लोग बेघर हो गए थे. कई महीनों तक पटना में जलजमाव की स्थिति बनी हुई थी. काफी मशक्कत के बाद पानी को निकाला गया था. ऐसे में मानसून के आते ही लोगों के मन में डर होने लगता है कि कहीं फिर से वही स्थिति उत्पन्न ना हो जाए. हर साल नगर निगम जलजमाव नहीं होने को लेकर दावे करता है. मगर स्थिति उसके उलट रही है.