पटना: बीते 5 साल से पटना को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद जोर-शोर से चल रही है. बिहार सरकार और नगर विकास विभाग हर साल राजधानी को जलजमाव मुक्त कराने के दावे करते हैं. लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. वहीं, बात अगर स्मार्ट सिटी की करें तो इन बीते 5 सालों में अभी तक प्रोजेक्ट का डीपीआर भी तैयार नहीं हो सका है. इसको लेकर स्मार्ट सिटी लिमटेड दो बार कंस्लटेंट कंपनी से करार भी रद्द कर चुकी है.
धरातल से दूर नजर आए सरकारी वादे
बिहार में मानसून एक्टिव है. मौमस के मिजाज में लगातार बदलाव हो रहा है. बीते दिनों पटना में जब मानसून की पहली बारिश हुई थी, बारिश का पानी कुछ घंटे में ही सभी इलाके से निकल गया था. लेकिन जब बारिश तेज रफ्तार के साथ लगातार होने लगी तो निगम और सरकार के वादे धरातल से दूर नजर आए.
बता दें कि राजधानी पटना कई पॉश इलाके में बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति है. मीठापुर बस स्टैंड के पास वार्ड नंबर 29 के अंतर्गत आने वाले रामनगर में भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. स्थानीय लोग बताते हैं कि बारिश के बाद इस परेशानी से हमें हर साल दो-चार होने पड़ता है.
सरकार के दावे फेल
इस साल पटना को जलजमाव से निजात दिलाने के लिए नीतीश कुमार खुद से मॉनिटरिंग कर रहे थे. इसके अलावे नगर विकास मंत्री ने भी कहा था कि इसबार वे पटना में जलजमाव नहीं होने देंगे, लेकिन जो हालात वीआईपी इलाके में भी देखने को मिल रहे हैं. उससे सरकार के दावे पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे हैं.
सक्रिय अवस्था में मानसून
मौसम विभाग की मानें तो करीब दो दशक बाद बिहार में मॉनसून बेहद सक्रिय अवस्था में है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश का हाई अलर्ट जारी किया है. मानसून की क्रियता का आलम यह है कि प्रदेश में आगामी 72 घंटे में औसतन 70 से 100 मिमी से अधिक बारिश होने की संभावना है. विभाग ने तेज बारिश को लेकर पूरे प्रदेश में अलर्ट घोषित किया है. इसके अलावे पटना के आसपास के इलाके में रेड अलर्ट भी जारी किया गया है. इन जिले में वज्रपात की संभावना भी है.