पटना: पितृपक्ष जल्द ही शुरू होने वाला है, पुनपुन स्थित पिंडदान स्थल (Punpun Pind Daan Site) पर लोगों का आना शुरू हो गया है. बारिश को देखते हुए यहां आए पिंडदानियों के लिए वाटर प्रूफ पंडाल लगाया गया था. लेकिन हल्की सी बारिश होने से चारों तरफ पानी-पानी हो गया. जिससे वाटर प्रूफ पंडाल एक दिखावा मात्र बनकर रह गया, वहीं पंडा समितियों ने इसे देखते हुए नाराजगी जताई है.
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अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला: आगामी 9 सितंबर से पुनपुन में अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला (International PitruPaksha Fair) की शुरुआत होने जा रही है, जहां पर देश-विदेश से लाखों की संख्या में पिंडदानी यहां पर पिंड का तर्पण करने आते हैं, लेकिन पुनपुन पिंडदान स्थल पर हल्की बारिश से चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है. धूप और पानी से बचाव को लेकर वाटर प्रूफ पंडाल तो लगाए गए थे, लेकिन महज दिखावा ही साबित हुआ.
"जिला प्रशासन की टीम ने 1 सप्ताह पूर्व यहां पर आकर तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की थी और कहा गया था कि पिंडदानियों को किसी भी तरह की कोई असुविधा नहीं रहेगी, वाटरप्रूफ पंडाल बनाए गए हैं. लेकिन घाट पर वह महज दिखावा है, हल्की बारिश हुई सभी जगह से पानी गिरने लगा है. खड़े रहने की जगह तक नहीं है. देश-विदेश से आए हुए लाखों श्रद्धालु पिंड का तर्पण कैसे करेंगे..?"-तारणी मीश्र, पंडा समिति, पूर्व अध्यह, पुनपुन
नहीं हुए पुख्ता इंतजाम: पंडा समिति के सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की है सरकार से मांग किया है कि जिन्हें ठेकेदारी सिस्टम मिला था वह ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं ऐसे में अगर पिंडदानी पिंड दान करने आते हैं तो कैसे पिंडदान होगा. चारों तरफ घाट पर पानी दिख रहा है ना खड़े रहने की जगह है ना बैठने की जगह है. ऐसे में रात्रि विश्राम कैसे कर पाएंगे वहीं कई लोगों ने शौचालय पर भी सवाल उठाया है कि शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई है कई सुविधाओं का घोर अभाव है.
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