पटना: स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम अगले महीने यानी जनवरी 2020 में शहर का स्वच्छता सर्वेक्षण करने आने वाली है. इसको लेकर नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है. शहर के सार्वजनिक स्थानों पर सौंदर्यीकरण का काम करवाया जा रहा है.
लोगों को शुद्ध हवा मिले इसके लिए राजधानी के कई इलाकों में पार्कों की व्यवस्था के साथ तालाबों का भी निर्माण करवाया जा रहा है. इसके साथ ही वार्डो में सड़क, नाली निर्माण के साथ-साथ मूलभूत सुविधाओं का भी विस्तार किया जा रहा है. शहर में लाइट और सफाई की व्यवस्था की जा रही है.
स्वच्छता कामों की हो रही मॉनिटरिंग
बता दें कि राजधानी में साफ सफाई को लेकर कचरा प्रबंधन पर विशेष जोर दिया जा रहा है. हर वार्ड में कचरे की गाड़ी घर-घर से कचरे का उठाव कर रही है. वहीं, सड़कों पर दिशा सूचक बोर्ड लगाए जा रहे हैं. साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को भी दुरुस्त करने का काम चल रहा है. इन कामों की मॉनिटरिंग हर दिन अंचल स्तर पर किया जा रहा है.
सर्वेक्षण के लिए आएगी QCI की टीम
क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम जनवरी 2020 में शहर का सर्वेक्षण के लिए आएगी. इसी के आधार पर निगम को अंक दिए जाएंगे. स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में पटना फिसड्डी साबित हुआ था. लेकिन इस बार निगम प्रशासन ने स्वच्छता सर्वेक्षण को बेहतर स्थिति में लाने के लिए स्वच्छता लीग भी शुरू करेगा और लोगों को जागरूक किया जाएगा कि शहर को कैसे साफ रखना है.
'लोगों की सहूलियत के लिए हो रहा काम'
पटना निगम के पीआरओ हर्षिता चौहान ने बताया कि नगर निगम रैंकिंग के लिए नहीं, लोगों की सहूलियत के लिए काम किया जा रहा है. हमारा मकसद अभी लोगों को सहूलियत उपलब्ध कराना और शहर को साफ रखना है. नगर निगम इस पर विशेष ध्यान दे रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली बार जिस तरह रैंकिंग में गिरावट आयी थी. उसको लेकर निगम सचेत है. इस बार की रैंकिंग बेहतर हो उसके लिए निगम पूरी तैयारी कर रहा है.