पटना: सूर्य की उपासना का त्योहार चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरूआत नहाए खाए के साथ हो चुकी है. नहाए खाए के दिन छठ व्रत करने वाले लोग स्नान-ध्यान करके प्रसाद के रूप में चने की दाल, अरवा चावल और बिना लहसन प्याज की कद्दू की सब्जी बनाकर प्रसाद चढ़ाते हैं. जिसके बाद छठ व्रती उस प्रसाद को ग्रहण करते हैं. नहाए खाए के दिन कद्दू का विशेष महत्व है.
कद्दू से पटा बाजार: छठ पर्व में कद्दू भात को लेकर कद्दू की डिमांड काफी ज्यादा हो जाती है जिस वजह से पूरा बाजार कद्दू से पटा रहा. वहीं पूजा को लेकर शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर फलों एवं सब्जियों का बाजार भी सज गया है, पूजन सामग्री की भी दुकान लग गई है. खरीदारी के लिए बाजारों में लोगों की काफी भीड़ देखने को मिली.
काफी सस्ते दामों में बिक रहा कद्दू: आम तौर पर देखा जाए तो किसी त्योहार के शुरू होते के साथ ही जिस फल व सब्जी का ज्यादा महत्व होता है वो काफी महंगे हो जाते हैं. कद्दू भात के दिन कद्दू की सब्जी का विशेष महत्व है, इसलिए पिछले कई सालों में देखा गया कि कद्दू 80-100 रुपए पीस के हिसाब से बिका, लेकिन इस साल कद्दू काफी सस्ता मिल रहा है.
20-30 रुपए पीस कद्दू के दाम: ईटीवी भारत के संवाददाता ने भी पटना के अंटा घाट सब्जी मंडी पहुंचकर कद्दू के दामों का जायजा लिया, जहां सब्जी विक्रेता अजय राय ने बताया कि इस साल लोगों को काफी राहत मिली है क्योंकि इस साल कद्दू काफी सस्ता मिल रहा है. बाढ़ नहीं आने कारण कद्दू की उपज ज्यादा हुई है. बताया कि कद्दू मात्र 20 से 30 रुपए किलो बिक रहा है.
"इस साल बाढ़ नहीं आने के कारण फसल बर्बाद नहीं हुई और उपज ज्यादा है. हमलोग कद्दू 20 से 30 रुपए किलो बेच रहे हैं. हालांकि कद्दू महंगा हो या सस्ता हो, नहाए खाए के दिन कद्दू की सब्जी बनाने के लिए छठ व्रतियों को कद्दू खरीदना ही पड़ता है, मगर कद्दू के दाम कम होने से गरीबों को रहत मिली है."- अयज राय, सब्जी विक्रेता
पूरी शुद्धता के साथ बनता है कद्दू भात का प्रसाद: सब्जी मंडी में कद्दू खरीदने आई ग्राहक अनीता रानी सिंह ने बताया कि नहाए खाए के दिन घर को साफ सुथरा कर, स्नान करके, नए कपड़े पहन कर पूरी शुद्धता के साथ प्रसाद के रूप में भात-दाल और कद्दू की सब्जी बनाई जाती है. कद्दू की सब्जी के बिना नहाए खाए अधूरा माना जाता है.
"मैं अपनी बहन के लिए मदद कर रही हूं. इस पर्व में सब लोग एक दूसरे की मदद करते है. इसी को लेकर कद्दू लेने मंडी आई हूं, जहां इस साल कद्दू काफी सस्ता मिल रहा है."- अनीता रानी सिंह, ग्राहक
छठ का कार्यक्रम: बता दें कि पहले दिन 17 नवंबर को नहाए खाए के साथ छठ महापर्व शुरू हो चुका है. इसके बाद दूसरे दिन 18 नवंबर को खरना और तीसरे दिन 19 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. वहीं चौथे दिन 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर, पारण करने के बाद महाअनुष्ठान का समापन हो जाएगा.
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