पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ गुरुवार को नहाए खाए के साथ शुरू हो रहा है. चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में छठ व्रत करने वाले नहाय खाय के दिन लौकी की सब्जी खाते हैं. इसलिए छठ पूजा में लौकी का विशेष महत्व होता है. छठ महापर्व को लेकर सब्जी मंडी में लौकी महंगी हो गई है. बाजार में लौकी 40 से 50 रुपये किलो की दर से बिक रहा है.
महापर्व छठ में लौकी का विशेष महत्व
राजधानी के अंटा घाट सब्जी मंडी में लौकी खूब बिक रहा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक चार दिनों तक चलने वाले महापर्व छठ की शुरुआत नहाए खाए से होती है. उन्होंने कहा कि नहाए खाए के दिन छठ व्रती स्नान के बाद चावल के साथ लौकी की सब्जी खाते हैं. महापर्व छठ में लौकी का विशेष महत्व है. वहीं मंहगाई की वजह से इस बार बाजार में लौकी थोड़ा महंगा है. लेकिन इसके बाद भी लौकी की बिक्री पर कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा है.
40 से 50 रुपये किलो बिक रहा लौकी
दुकानदारों ने बताया कि 40 रुपए किलो की दर से सब्जी मंडियों में लौकी बेचे जा रहे हैं. दुकानदारों के मुताबिक पिछली बार की तुलना में इस साल बाजार में लौकी का रेट थोड़ा ज्यादा है. जबकि पिछले साल 20 रुपये किलो की दर से लौकी बिका रहा था. जो इस बार 40 से 50 रुपये किलो की दर से बिक रहा है. नहाए खाए के दिन लौकी के सब्जी चावल के साथ छठ व्रती अगस्त के फूल का बचका खाते हैं. इसलिए नहाए खाए के दिन अगस्त के फूल का भी विशेष महत्व है और सब्जी मंडियों में अगस्त का फूल 400 रुपए किलो की दर से बिक रहा है.