पटना: जनता दरबार (Janata Darbar) में मुख्यमंत्री कार्यक्रम शुरू होने के बाद पहले बीजेपी कार्यालय में सहयोग कार्यक्रम शुरू हुआ. अब जदयू कार्यालय (JDU Office) में जनसुनवाई कार्यक्रम (Public Hearing Program) चल रहा है. मंगलवार से यह कार्यक्रम शुरू हुआ था. आज दूसरा दिन है. आज ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार (Minister Shravan Kumar), मध निषेध मंत्री सुनील कुमार (Minister Sunil Kumar) और ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत कुमार (Minister Jayant Kumar) लोगों की शिकायत सुन रहे हैं. यहां गौर करने वाली बात यह है कि यहां पर फरियादियों से अधिक जदयू के कार्यकर्ता पहुंचे हुए हैं.
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जदयू कोटे से बिहार सरकार में शामिल मंत्रियों का कहना है कि हम लोगों का मुख्य मकसद लोगों की अधिक से अधिक समस्याओं का निदान करना है. उसी की कोशिश हर स्तर पर हो रही है. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का कहना है कि जनता दरबार चाहे मुख्यमंत्री का हो या हम लोगों का. मकसद लोगों की समस्याओं को सुनना है. यहां आसानी से कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं. चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना की बात हो या फिर ऐसे लोग भी आ रहे हैं जिन्हें किस्त की राशि नहीं मिली है. उनकी समस्याओं का समाधान हो रहा है.
यह पूछे जाने पर क्या जनता दरबार लगाने का कारण यह है कि अधिकारी लोगों की नहीं सुन रहे हैं. इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि यह नियम-कायदे का मामला है. अधिकारी सुनते हैं. ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत कुमार का कहना है कि सबसे अधिक क्षतिग्रस्त सड़कों को लेकर ही लोग पहुंच रहे हैं. उसका तुरंत समाधान हम यहां से कर रहे हैं.
वहीं, मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार का कहना है कि हम लोगों का मकसद हर स्तर पर जो भी लोगों के पास समस्याएं हैं, उसका निदान करना है. मकसद यही है कि अधिक से अधिक लोगों की समस्याएं सुनी जाएं और उसे दूर किया जाए. जनता दरबार में कई कार्यकर्ता मंत्री से मिलने पहुंचे हैं. वहीं कुछ कार्यकर्ता शिकायत लेकर आए हैं.
बिदुपुर से आए ऐसे ही एक कार्यकर्ता का आरोप हबै कि उसके बेटे को शराब के केस में फंसा दिया गया है. उसने मंत्री से न्याय के लिए गुहार लगाई है. मंत्री से पूरे मामले में जांच करा कर दोषी पर कार्रवाई की मांग की है. बिदुपुर के कार्यकर्ता का कहना है कि 2008 से ही जदयू के लिये काम करते रहे हैं. उसके बेटे को फंसा दिया गया है.
बता दें कि जदयू जनता दरबार में शिकायतकर्ता से अधिक मंत्रियों से मिलने वाले कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं. चाहे कार्यकर्ता हो या आम लोग, जो भी शिकायत लेकर आ रहे हैं मंत्री उनकी पूरी बात सुन रहे हैं. उसका निदान करने की कोशिश भी अपने स्तर से कर रहे हैं. कुछ लोग संतुष्ट होकर जा रहे हैं तो वही कुछ लोगों को उम्मीद है कि उनकी समस्याओं का समाधान हो जाएगा.
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