पटना: वैशाली में युवती के साथ छेड़खानी और हत्याकांड मामले में अब काफी तूल पकड़ लिया है. मामले को लेकर राजधानी पटना में आज विभिन्न महिला संगठनों ने सड़कों पर जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि सरकार का 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा सिर्फ और सिर्फ जुमला साबित हो रहा है. आए दिन बिहार में बेटियों और महिलाओं के साथ घटनाएं घट रही है. लेकिन प्रशासन और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है.
बिहार महिला समाज की सदस्य निवेदिता झा ने कहा कि वैशाली में हुए हत्याकांड मामले में भी सरकार का रवैया काफी उदासीन है. इस घटना की हम कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने सरकार से मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जाए और पीड़िता के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए.
छेड़खानी का विरोध करने पर हुई थी हत्या
30 अक्टूबर को वैशाली जिला के चांदपुरा थाना क्षेत्र में छेड़खानी का विरोध करने पर एक महिला को गांव के ही तीन लोगों ने केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया था. घायल अवस्था में उसे हाजीपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसने पुलिस को बयान दर्ज कराया था. हालत गंभीर होने के चलते उसे पीएमसीएच रेफर किया गया था. पीएमसीएच में इलाज के दौरान 14-15 नवंबर की रात उसकी मौत हो गई थी.