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'60 साल तक पद पर रहने दिया जाए', पटना में सड़क पर उतरे प्लस टू अतिथि शिक्षक, सरकार पर नौकरी छीनने का आरोप - Etv Bharat Bihar

Guest Teachers Protest In Patna: पटना में अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन देखने को मिला. सरकार पर नौकरी छीनने का आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की. पढ़ें पूरी खबर.

पटना में अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन
पटना में अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 21, 2023, 3:59 PM IST

पटना में अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन

पटनाः बिहार के पटना में प्लस टू अतिथि शिक्षकों ने प्रदर्शन किया. पटना राजद कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों की संख्या में अतिथि शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षकों का साफ-साफ कहना है कि अब हम लोगों की उम्र सीमा भी खत्म हो गई है. 6 साल तक हम लोगों ने बिहार सरकार में सेवा दी है, इसके बावजूद उन्हें हटाया जा रहा है. शिक्षकों ने अन्याय करने का आरोप लगाया है.

सीएम से लगायी गुहारः बेगूसराय से आई अतिथि शिक्षक रेणुका देवी का कहना है कि उन्हें हटाया जा रहा है, जो गलत है. बिहार राज्य अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार यादव ने कहा की सरकार हम लोग के साथ अन्याय कर रही है. कई जिलों में अतिथि शिक्षक को हटा दिया गया है. इसी मांग को लेकर और राजद कार्यालय के पास पहुंचे हैं. शिक्षकों ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल भी सरकार का महत्वपूर्ण अंग है. विश्वास है कि सीएम उनकी मांग सुनेंगे.

"जब प्लस टू स्कूलों में एक भी विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक नहीं थे, उस वक्त से अपना जीवन सेवा के लिए दे रहा हूं. अब जब बीपीएससी शिक्षक आए तो हमलोगों को बर्खास्त किया जा रहा है. एक ओर रोजगार के नाम पर बंगाल और अन्य राज्य के शिक्षक को नौकरी दी जा रही है और बिहार के युवकों को के साथ गलत व्यवहार हो रहा है. हमारी नौकरी नहीं छीनी जाए. पूरे 60 साल तक पद रहने दिया जाए." -नरेंद्र कुमार यादव, अध्यक्ष, बिहार राज्य अतिथि शिक्षक संघ

सरकार पर अन्याय करने का आरोपः मुजफ्फरपुर से आई नाजिया परवीन ने कहा कि सरकार कह रही है कि हम बेरोजगारों को रोजगार दे रहे हैं, लेकिन हम लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है. हम लोगों ने जिस तरह से 6 साल तक प्लस टू स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का काम किया. निश्चित तौर पर हमलोगों को स्थाई नौकरी देनी चाहिए, डॉ. विजय कुमार ने कहा कि एक तरफ 20 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने की बात कही जा रही है, वहीं दूसरी तरफ अतिथि शिक्षकों की नौकरी छीनी जा रही है.

4257 अतिथि शिक्षक की नौकरी पर खतराः बिहार में 4257 अतिथि शिक्षक हैं. पिछले दिनों शिक्षा विभाग की ओर से पत्र जारी किया गया. इस पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जिस स्कूल में अतिथि शिक्षकों की जगह नियमित शिक्षक की नियुक्ती हो गई है, उस स्कूल में अतिथि शिक्षकों से सेवा नहीं ली जाए.

स्वतः सेवा हो जाएगी समाप्तः दरअसल, जिस समय अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति निकली थी, उसी समय स्पष्ट कर दिया गया था कि जिस विषय पर अतिथि शिक्षक तैनात होंगे, अगर उसके लिए नियमित शिक्षक आ जाते हैं तो अतिथि शिक्षकों की सेवा स्वतः समाप्त हो जाएगी. बीपीएसपी शिक्षक बहाली के बाद अतिथि शिक्षकों में नौकरी खोने का डर सताने लगा है.

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पटना में अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन

पटनाः बिहार के पटना में प्लस टू अतिथि शिक्षकों ने प्रदर्शन किया. पटना राजद कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों की संख्या में अतिथि शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षकों का साफ-साफ कहना है कि अब हम लोगों की उम्र सीमा भी खत्म हो गई है. 6 साल तक हम लोगों ने बिहार सरकार में सेवा दी है, इसके बावजूद उन्हें हटाया जा रहा है. शिक्षकों ने अन्याय करने का आरोप लगाया है.

सीएम से लगायी गुहारः बेगूसराय से आई अतिथि शिक्षक रेणुका देवी का कहना है कि उन्हें हटाया जा रहा है, जो गलत है. बिहार राज्य अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार यादव ने कहा की सरकार हम लोग के साथ अन्याय कर रही है. कई जिलों में अतिथि शिक्षक को हटा दिया गया है. इसी मांग को लेकर और राजद कार्यालय के पास पहुंचे हैं. शिक्षकों ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल भी सरकार का महत्वपूर्ण अंग है. विश्वास है कि सीएम उनकी मांग सुनेंगे.

"जब प्लस टू स्कूलों में एक भी विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक नहीं थे, उस वक्त से अपना जीवन सेवा के लिए दे रहा हूं. अब जब बीपीएससी शिक्षक आए तो हमलोगों को बर्खास्त किया जा रहा है. एक ओर रोजगार के नाम पर बंगाल और अन्य राज्य के शिक्षक को नौकरी दी जा रही है और बिहार के युवकों को के साथ गलत व्यवहार हो रहा है. हमारी नौकरी नहीं छीनी जाए. पूरे 60 साल तक पद रहने दिया जाए." -नरेंद्र कुमार यादव, अध्यक्ष, बिहार राज्य अतिथि शिक्षक संघ

सरकार पर अन्याय करने का आरोपः मुजफ्फरपुर से आई नाजिया परवीन ने कहा कि सरकार कह रही है कि हम बेरोजगारों को रोजगार दे रहे हैं, लेकिन हम लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है. हम लोगों ने जिस तरह से 6 साल तक प्लस टू स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का काम किया. निश्चित तौर पर हमलोगों को स्थाई नौकरी देनी चाहिए, डॉ. विजय कुमार ने कहा कि एक तरफ 20 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने की बात कही जा रही है, वहीं दूसरी तरफ अतिथि शिक्षकों की नौकरी छीनी जा रही है.

4257 अतिथि शिक्षक की नौकरी पर खतराः बिहार में 4257 अतिथि शिक्षक हैं. पिछले दिनों शिक्षा विभाग की ओर से पत्र जारी किया गया. इस पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जिस स्कूल में अतिथि शिक्षकों की जगह नियमित शिक्षक की नियुक्ती हो गई है, उस स्कूल में अतिथि शिक्षकों से सेवा नहीं ली जाए.

स्वतः सेवा हो जाएगी समाप्तः दरअसल, जिस समय अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति निकली थी, उसी समय स्पष्ट कर दिया गया था कि जिस विषय पर अतिथि शिक्षक तैनात होंगे, अगर उसके लिए नियमित शिक्षक आ जाते हैं तो अतिथि शिक्षकों की सेवा स्वतः समाप्त हो जाएगी. बीपीएसपी शिक्षक बहाली के बाद अतिथि शिक्षकों में नौकरी खोने का डर सताने लगा है.

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