पटना: बिहार विधानसभा भवन (Bihar Assembly Bhawan) शताब्दी वर्ष समारोह (Bihar Vidhan Sabha Centenary Celebrations) को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) तीन दिनस के बिहार दौरे पर थे. आज वो पटना से राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हो गए. एयरपोर्ट पर राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें विदा किया.
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इसस पहले आज सुबह महामहिम राष्ट्रपति राजभवन से पटना साहिब गुरुद्वारा पहुंचे. इसके बाद वो महावीर मंदिर गए और हनुमान जी के दर्शन किए. पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर जाकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दर्शन किए और पूजा कर सबके मंगल की कामना की. इसके बाद वो बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन के निवेदन पर खादी मॉल भी गए. राष्ट्रपति अब पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुघर में मत्था टेका और गुरु से जुड़े अश्त्र-शस्त्र के दर्शन किए. प्रमुख जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर ए मस्कीन ने सरोपा दिया. वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने समृद्ध भारत की कामना की. उन्होंने कहा कि बिहार से हमारा दिल से लगाव है, हम धन्य हैं कि गुरु महाराज की जन्मस्थली में मुझे सेवा करने का मौका मिला और उन्हीं की कृपा से आज मुझे पूरे देश की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.
पटना साहिब गुरुद्वारा में राष्ट्रपति लगभग 20 मिनट तक रहे. राष्ट्रपति के स्वागत के लिए प्रबन्धक कमेटी के प्रधान सरदार अवतार सिंह हित खुद मौजूद थे. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर जिला प्रसाशन ने चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की थी.
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गुरुवार से ही गुरुद्वारा के आसपास डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ता समेत सभी सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी की गई थी. वहीं, तख्त प्रबन्धक कमेटी के प्रधान सरदार अवतार सिंह हित ने बताया कि राष्ट्रपति के आने से सिक्खों में काफी खुशी है. प्रशासन की देखरेख में सभी तैयारी हुई है.
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बिहार के विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में शामिल होने के लिए 20 अक्टूबर को ही पटना आ चुके हैं. बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरा होने पर 21 अक्टूबर को शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन किया गया. राष्ट्रपति का ये बिहार का दूसरा दौरा है. इससे पहले वे नवंबर 2017 में कृषि रोड मैप के उद्घाटन के लिए पटना पहुंचे थे.
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का बिहार से गहरा लगाव रहा है, क्योंकि राज्य के सर्वोच्च पद से लेकर देश के सर्वोच्च पद तक की यात्रा उन्होंने बिहार से ही की है. वो जब बिहार के राज्यपाल थे, तब उनके एनडीए की तरफ से उम्मीदवार बनाने की घोषणा हुई थी. जिसका महागठबंधन में रहते हुए भी नीतीश कुमार ने स्वागत किया था और घोषणा होने के तुरंत बाद वो फूल लेकर राज्यपाल आवास पहुंच गए थे. तब नीतीश कुमार ने महागठबंधन में रहते हुए भी अपनी पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव में उनका समर्थन किया था. रामनाथ कोविंद ने राज्य के सर्वोच्च पद से लेकर देश के सर्वोच्च पद तक की यात्रा बिहार से ही पूरी की है.
रामनाथ कोविंद राज्यपाल रहते हुए विपरीत परिस्थितियों में भी राजभवन और सरकार के रिश्ते को सहज बनाए रखा. यही वजह रही थी कि नीतीश कुमार विपक्ष में रहते हुए भी उनका सम्मान करते थे. बिहार से जाते जाते रामनाथ कोविंद बस इतना ही कहा था कि मैं इस समय कुछ और नहीं कहूंगा, ये बिहार की धरती का कमाल है. मैं बिहार के विकास की कामना करता हूं और यहां के लोगों को बधाई देता हूं.