पटना: प्रदेश भर के विद्यालयों में 4 जनवरी से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के क्लासेज खुल गए हैं. ऐसे में राजधानी पटना की बात करें तो वर्तमान समय में यहां स्थिति यह है कि विद्यालयों में छात्रों की स्थिति नगण्य रह रही है. कोरोना गाइडलाइन के तहत विद्यालय एक दिन में 50% छात्रों को ही बुला रहे हैं और बाकी बचे 50% को अगले दिन बुला रहे हैं. ऐसे में भी कक्षाओं में छात्रों की संख्या काफी कम रह रही है. इसके अलावा विद्यालयों को अभिभावकों का कंसेंट फॉर्म भी नहीं प्राप्त हो रहा है.
नौवीं कक्षा में 81 छात्र हुए उपस्थित
बता दें कि कोरोना के गाइडलाइन के तहत जिन बच्चों के अभिभावक स्कूल जाने के लिए बच्चों को नो ऑब्जेक्शन लिख कर विद्यालय में कंसेंट देंगे, उन्हीं बच्चों को क्लास करने की अनुमति मिलनी है. राजधानी पटना के गर्दनीबाग स्थित पटना हाई स्कूल की बात करें तो यहां नौवीं कक्षा में 350 से अधिक बच्चों का नामांकन है और एक 11वीं कक्षा में लगभग 500 के करीब छात्रों का नामांकन है. लेकिन सोमवार को ही अटेंडेंस के बारे में जानकारी देते हुए विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल महेश चौबे ने जानकारी दी कि नौवीं कक्षा में 81 छात्र उपस्थित हुए हैं वही 11वीं कक्षा में 30 छात्र उपस्थित रहे हैं.
"स्कूल खुलने के बाद शुरू में रिस्पांस अच्छा रहा. लेकिन जब से मौसम बदला है और ठंड बढ़ी है, छात्रों की उपस्थिति काफी गिर गई है. कक्षाएं सुचारू रूप से चल रहे हैं. लेकिन छात्रों की संख्या काफी कम रह रही है. जबकि कोरोना गाइडलाइन के तहत विद्यालय एक दिन में 50% छात्रों को ही बुला रहा है. विद्यालय में सिर्फ 9वीं और ग्यारहवीं की कक्षाएं चल रही है और 10वीं और 12वीं के छात्र बोर्ड एग्जाम को लेकर अपना एडमिट कार्ड लेने के लिए विद्यालय पहुंच रहे हैं और उन्हें एडमिट कार्ड दिया जा रहा है"- महेश चौबे, वाइस प्रिंसिपल
एडमिट कार्ड लेने पहुंच रहे छात्र
पटना के सभी सरकारी स्कूलों में वर्तमान समय में सिर्फ 9वीं और 11वीं की कक्षाएं चल रहे हैं. शहर के वीरचंद पटेल पथ स्थित मिलर हाई स्कूल की बात करें तो यहां भी 10वीं और 12वीं के छात्र अपना एडमिट कार्ड लेने के लिए आ रहे हैं. स्कूल में एडमिट कार्ड लेने पहुंचे दसवीं बोर्ड के छात्र गणेश कुमार ने बताया कि बिहार बोर्ड द्वारा जो डमी एडमिट कार्ड जारी किया गया था, उसका फोटो कॉपी वाले करा रहे हैं.
फोटो कॉपी दिखाने के बाद ही ओरिजिनल एडमिट कार्ड विद्यालय की तरफ से दिया जा रहा है. 17 फरवरी से परीक्षा शुरू हो रही है. घर पर इस साल परीक्षा की तैयारी की है. इस साल विद्यालय में क्लास ही नहीं चली, इस वजह से विद्यालय द्वारा परीक्षा की कोई तैयारी नहीं कराई गई है- गणेश कुमार, छात्र
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गाइडलाइन को किया जा रहा फॉलो
प्राचार्य ने बताया कि विद्यालय के छात्रों का कंसेंट फॉर्म भी उनके अभिभावकों की तरफ से नहीं आ रहा है. शुरुआती दौर में 5 से 10 कंसेंट फॉर्म मिले, उसके बाद विद्यालय को कोई कंसेंट फॉर्म नहीं मिला है. विद्यालय में कोरोना से जुड़े हुए सभी गाइडलाइन फॉलो किए जा रहे हैं. इंटरमीडिएट के साइकोलॉजी का आज प्रैक्टिकल पेपर था. इसके साथ ही इंटरमीडिएट का प्रैक्टिकल विद्यालय में समाप्त हो चुका है. विद्यालय में सिर्फ 9वीं और ग्यारहवीं के क्लास चल रहे हैं.