पटना: इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं. प्रमुख राजनीतिक दल आरजेडी और जेडीयू के बीच पोस्टर वॉर जारी है. आरजेडी की ओर से आधिकारिक रूप से पार्टी कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाया जाता है. लेकिन, जेडीयू ने अब तक कोई आधिकारिक पोस्टर नहीं लगाया है. जेडीयू की ओर से बार-बार यही कहा गया कि पोस्टर किसी शुभचिंतक की ओर से लगाया जाता है.
जेडीयू की ओर से पोस्टर लगाने वाले शुभचिंतक का खुलासा शुक्रवार को हो गया. पोस्टर आर्टिस्ट ने अपना नाम प्रवीण बताया. प्रवीण का कहना है कि आरजेडी की तरफ से कुतर्क दिया जा रहा है, इसलिए मजबूरन वे जवाब दे रहे हैं. जब तक आरजेडी पोस्टर बाजी बंद नहीं करेगी, तब तक वे भी चुप नहीं रहेंगे.
'आरजेडी काल में थी अराजकता'
पोस्टर आर्टिस्ट प्रवीण बताते हैं कि आरजेडी के शासन में अराजक माहौल था. लोगों का घर से निकलना मुश्किल था. वो ये जो कुछ भी कर रहे हैं मुफ्त में कर रहे हैं. उनका किसी पार्टी से कोई संबंध नहीं है. बता दें कि प्रवीण ग्रेजुएट हैं. लेकिन, उन्होंने पोस्टर बनाने की कोई डिग्री नहीं ली है.
शालीनता तो जरूरी है- प्रवीण
जेडीयू के पोस्टर में चयनित भाषा और शालीनता पर प्रवीण कहते हैं कि हम किसी पार्टी के लिए काम नहीं करते हैं. पोस्टर में शालीनता बरतने के पीछे उन्होंने कहा कि आरजेडी से मेरी कोई दुश्मनी नहीं है. बस वो जिन सवालों का जवाब मांग रहे हैं उनको जवाब दे रहा हूं. जेडीयू की ओर से कोई संपर्क के सवाल पर उन्होंने साफ इंकार किया. उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी नेता और कार्यकर्ता ने उनसे संपर्क नहीं किया है.
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नीतीश और सुमो पर निशाना साध रही आरजेडी
बता दें कि आरजेडी की ओर से एक के बाद एक कई पोस्टर लगाए गए हैं. जिसमें सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर निशाना साधा गया है. आरजेडी ने अपने पोस्टर में सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं. लेकिन, जेडीयू ने कभी नहीं कहा कि पार्टी की ओर से जवाब दिया गया है.