पटना: बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में इस बार भी धारा 370 और 35A जैसे विवादित मुद्दों को हटाने की बात कही है. अमित शाह चुनावी भाषणों में भी बार-बार इसे हटाने की बात करते रहे हैं. लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद नीतीश कुमार 2 दिन में दो बार इन विवादित मुद्दों पर अपन तेवर साफ कर चुके हैं. इसके अलावा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी साफ कर दिया है कि इन विवादित मुद्दों पर जदयू समझौता नहीं करेगी.
BJP की राहें आसान नहीं
एग्जिट पोल से जहां एनडीए खेमे में उत्साह है. बीजेपी और जदयू के साथ लोजपा के नेता गदगद हैं तो वही 370 जैसे विवादित मुद्दों पर किसी कीमत पर समझौता नहीं करने की बात शुरू कर दी है. जबकि बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में भी 370 धारा हटाने सहित कई विवादित मुद्दों पर जनता से वादा किया है. ऐसे में विशेषज्ञ कहते हैं यदि बीजेपी को अपने बूते बहुमत मिलता है तो विवादित मुद्दों पर बड़ा फैसला ले सकती है. इसके लिए अगर जदयू या और कोई सहयोगी दल बाहर जाता है तो उसकी चिंता भी नहीं करेगी.
विशेषज्ञों की राय
हालांकि विशेषज्ञों की इस पर दो तरह की राय है. कुछ विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि देश में जो स्थिति है फिलहाल बीजेपी विवादित मुद्दों पर कोई बड़ा फैसला नहीं लेगी. खैर ऐसे में अभी तो सबको नतीजों का इंतजार है. 23 मई के रिजल्ट पर पूरे देश की नजर होगी. यदि एग्जिट पोल जैसा रिजल्ट आता है तब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी को बहुमत मिलता है या सरकार बनाने में सहयोगी दलों की जरूरत पड़ती है.
हालांकि, बीजेपी ने पहले ही कह रखा है कि बहुमत मिलने के बाद भी एनडीए में शामिल सभी दलों के साथ सरकार बनाएंगे. लेकिन तब देखना होगा कि बीजेपी विवादित मुद्दों को हटाने का फैसला लेती है या नहीं और लेती है तब जदयू का क्या रुख होता है.