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स्लोगन पर सियासत: JDU ने कहा- ये जनता की आवाज, तो BJP ने बताया निजी फैसला - पटना न्यूज

बिहार विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा नए-नए स्लोगन गढे जाएंगे. नेता जनता से जुड़ने की पूरी कोशिश करेंगे. इस दौर में केवल जेडीयू या नीतीश कुमार ही नहीं बल्कि अन्य दलों के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे.

नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
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Published : Sep 2, 2019, 10:03 PM IST

पटना: जेडीयू के नए स्लोगन पर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. पार्टी ने नीतीश कुमार को लेकर नया पोस्टर जारी किया है. जिसमें लिखा है कि 'क्यूं करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार'. इस स्लोगन पर एक के बाद एक विपक्षी खेमे के नेताओं ने तंज कसना शुरू कर दिया है. विपक्ष का कहना है कि इससे साफ जाहिर है कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं है. विपक्ष ने कटाक्ष किया है कि जेडीयू ने यह नारा देकर खुद को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है.

वहीं, बीजेपी नेताओं का भी कहना है कि यह जेडीयू का मामला है. स्लोगन के माध्यम से लोगों से जुड़ने की कोशिश पहले भी हुई है. हालांकि, जेडीयू के नेता साफ कह रहे हैं कि नीतीश कुमार बिहार में वर्षों से जनता के परखे हुए मुख्यमंत्री हैं, इसलिए स्लोगन जनता की भावना को देखकर ही दिया गया है.

patna
जेडीयू का नया पोस्टर

नए स्लोगन से सियासत गरमाई
लोकसभा चुनाव में भी जेडीयू ने नीतीश कुमार का स्लोगन जारी किया था. 'सच्चा है अच्छा है, चलो नीतीश के साथ चलें'. उससे पहले 2015 के चुनाव में भी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से नीतीश कुमार का एक स्लोगन बनाया गया था. 'बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है' जो खूब चर्चा में भी रहा था. अब एक बार फिर से नये स्लोगन पर चर्चा गरम है.

ईटीवी भारत संवाददाता अविनाश की रिपोर्ट

बीजेपी ने बताया जेडीयू का मामला
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है नीतीश कुमार कई वर्षों से जनता के परखे हुए मुख्यमंत्री हैं. यह पोस्टर जनता की ही भावना है. वहीं, स्लोगन पर सियासत शुरू होने के बाद बीजेपी प्रवक्ता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह जेडीयू का मामला है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार जरूर चल रही है. लेकिन, जहां तक एनडीए की बात है तो एनडीए के तीनों दल के नेता बैठेंगे तो चुनाव में कार्यक्रम और एजेंडा तय होगा.

  • JDU के नए स्लोगन पर RJD का वार, कहा- NDA में बैकफुट पर आ गए हैं नीतीश https://t.co/JzmybmEw8r

    — ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) September 2, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अभी और पोस्टर्स होंगे जारी
बहरहाल, बिहार विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा नए-नए स्लोगन गढे जाएंगे. नेता जनता से जुड़ने की पूरी कोशिश करेंगे. इस दौर में केवल जेडीयू या नीतीश कुमार ही नहीं बल्कि अन्य दलों के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे. लेकिन, फिलहाल नीतीश कुमार के स्लोगन से बिहार में 2020 विधानसभा चुनाव की दस्तक जरूर महसूस होने लगी है.

पटना: जेडीयू के नए स्लोगन पर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. पार्टी ने नीतीश कुमार को लेकर नया पोस्टर जारी किया है. जिसमें लिखा है कि 'क्यूं करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार'. इस स्लोगन पर एक के बाद एक विपक्षी खेमे के नेताओं ने तंज कसना शुरू कर दिया है. विपक्ष का कहना है कि इससे साफ जाहिर है कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं है. विपक्ष ने कटाक्ष किया है कि जेडीयू ने यह नारा देकर खुद को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है.

वहीं, बीजेपी नेताओं का भी कहना है कि यह जेडीयू का मामला है. स्लोगन के माध्यम से लोगों से जुड़ने की कोशिश पहले भी हुई है. हालांकि, जेडीयू के नेता साफ कह रहे हैं कि नीतीश कुमार बिहार में वर्षों से जनता के परखे हुए मुख्यमंत्री हैं, इसलिए स्लोगन जनता की भावना को देखकर ही दिया गया है.

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जेडीयू का नया पोस्टर

नए स्लोगन से सियासत गरमाई
लोकसभा चुनाव में भी जेडीयू ने नीतीश कुमार का स्लोगन जारी किया था. 'सच्चा है अच्छा है, चलो नीतीश के साथ चलें'. उससे पहले 2015 के चुनाव में भी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से नीतीश कुमार का एक स्लोगन बनाया गया था. 'बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है' जो खूब चर्चा में भी रहा था. अब एक बार फिर से नये स्लोगन पर चर्चा गरम है.

ईटीवी भारत संवाददाता अविनाश की रिपोर्ट

बीजेपी ने बताया जेडीयू का मामला
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है नीतीश कुमार कई वर्षों से जनता के परखे हुए मुख्यमंत्री हैं. यह पोस्टर जनता की ही भावना है. वहीं, स्लोगन पर सियासत शुरू होने के बाद बीजेपी प्रवक्ता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह जेडीयू का मामला है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार जरूर चल रही है. लेकिन, जहां तक एनडीए की बात है तो एनडीए के तीनों दल के नेता बैठेंगे तो चुनाव में कार्यक्रम और एजेंडा तय होगा.

  • JDU के नए स्लोगन पर RJD का वार, कहा- NDA में बैकफुट पर आ गए हैं नीतीश https://t.co/JzmybmEw8r

    — ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) September 2, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अभी और पोस्टर्स होंगे जारी
बहरहाल, बिहार विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा नए-नए स्लोगन गढे जाएंगे. नेता जनता से जुड़ने की पूरी कोशिश करेंगे. इस दौर में केवल जेडीयू या नीतीश कुमार ही नहीं बल्कि अन्य दलों के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे. लेकिन, फिलहाल नीतीश कुमार के स्लोगन से बिहार में 2020 विधानसभा चुनाव की दस्तक जरूर महसूस होने लगी है.

Intro:पटना-- बिहार में स्लोगन पर सियासत शुरू है स्लोगन नीतीश कुमार को लेकर ही जदयू ने जारी किया है इस बार का स्लोगन है क्यों करें विचार ठीके तो हैं नीतीश कुमार, जहां विपक्ष के नेता इस स्लोगन पर सवाल खड़ा कर रहे हैं और एन डी ए में सब कुछ ठीक नहीं होने की ओर इशारा कर रहे हैं वहीं बीजेपी नेताओं का भी कहना है कि यह जदयू का मामला है और स्लोगन के माध्यम से लोगों से जुड़ने की कोशिश पहले भी हुई है हालांकि जदयू के नेता साफ कह रहे हैं कि नीतीश कुमार बिहार में वर्षों से जनता के परखे हुए मुख्यमंत्री हैं इसलिए स्लोगन जनता की भावना को ही पार्टी ने दिखाया है।
पेश है खास रिपोर्ट---


Body:बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में है और एक बार फिर से स्लोगन के माध्यम से जदयू ने नीतीश कुमार का प्रचार शुरू कर दिया है। लोकसभा चुनाव में भी जदयू ने नीतीश कुमार का स्लोगन जारी किया था सच्चा है अच्छा है चलो नीतीश के साथ चलें , उससे पहले 2015 के चुनाव में भी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से नीतीश कुमार का एक स्लोगन बनाया गया था " बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है" जो खूब चर्चा में भी रहा। अब एक बार फिर से, क्यों करें विचार ठीके तो हैं नीतीश कुमार, स्लोगन चर्चा में है । जदयू ने इसे अपने पार्टी कार्यालय में लगाया है जल्द ही इसे अन्य जगहों पर भी लगाया जाएगा । जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है नीतीश कुमार कई वर्षों से जनता के परखे हुए मुख्यमंत्री हैं और इसलिए जनता की ही भावना है कि क्यों किसी पर विचार किया जाए उसे स्लोगन में दिखाया गया है।
बाईट--राजीव रंजन, प्रवक्ता, जदयू
स्लोगन पर सियासत शुरू होने के बाद बीजेपी ने कहा कि यह जदयू का मामला है ऐसे नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार जरूर चल रही है लेकिन जहां तक एनडीए की बात है तो एनडीए के तीनों दल के नेता बैठेंगे तो चुनाव में कार्यक्रम और एजेंडा तय होगा।
बाईट--अजीत चौधरी, प्रवक्ता, बीजेपी।




Conclusion:बिहार विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा स्लोगन और गढे, जाएंगे जनता से जुड़ने की कोशिश इसके माध्यम से न केवल नीतीश कुमार बल्कि बीजेपी के दिग्गज नेताओं की ओर से होगी विपक्ष के नेता भी करेंगे । लेकिन फिलहाल नीतीश कुमार का यह स्लोगन बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव की दस्तक का एहसास जरूर कराने लगा है।
अविनाश, पटना।
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