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सुधाकर सिंह पर कार्रवाई की उठी मांग, शिवानंद तिवारी से लेकर मांझी ने तरेरी आंख

पूर्व मंत्री और वर्तमान राजद विधायक सुधाकर सिंह के बयान (Comment By Sudhakar Singh Against CM Nitish Kumar) पर सियासत गर्म है. राजद के ही वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी, जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा से लेकर हम नेता जीतन राम मांझी ने आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की मांग की है. पढ़ें पूरी खबर..

Politics in Bihar
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Published : Jan 2, 2023, 11:08 PM IST

पटना: पूर्व मंत्री और वर्तमान राजद विधायक सुधाकर सिंह के बयान (Sudhakar Singh statement against CM Nitish kumar) पर राजद के ही वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी (senior RJD leader shivanand tiwari) ने ऐतराज जताया है. शिवानंद ने कहा कि ऐसे बयान महागठबंधन के लिए घातक है. वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री व हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी इसकी निंदा की है.

ये भी पढ़ें-नीतीश पर सुधाकर सिंह का हमला जारी, कहा- 'बिहार में विधायिका स्वतंत्र नहीं, सवाल पूछने पर धमकाते हैं'

''मुख्यमंत्री के विरुद्ध राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सुधाकर सिंह का बयान घोर निंदनीय है. ऐसा बयान महागठबंधन की एकता के लिए अत्यन्त घातक है. गठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी है, अतः गठबंधन को चलाने की सबसे अहम जवाबदेही राष्ट्रीय जनता दल के कंधो पर है.''- शिवानंद तिवारी, राजद के वरिष्ठ नेता

गठबंधन को तोड़ने के मकसद से दिया बयान : शिवानंद तिवारी यहीं नहीं रुके. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि सुधाकर सिंह ने जान-बूझकर गठबंधन को तोड़ने के मकसद से इस तरह का बयान दिया है. यह सबको मालूम है सुधाकर इसके पूर्व भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रूप में अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. यही नहीं भाजपा के नेतृत्व के साथ भी इनका घनिष्ठ संबंध रहा है. एक आरोप में जब सुधाकर भभुआ जेल में बंद थे तो स्वयं उन्होंने ही बताया है कि सुशील मोदी उनसे वहां मिलने के लिए गए थे.

'सुधाकर सिंह के खिलाफ कदम उठाएं जगदानंद' : शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव बाहर हैं. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी नहीं हैं. ऐसी परिस्थिति में दोनों की अनुपस्थिति में सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष ही ऐसे अहम मामले में आधिकारिक रूप से कोई बात बोल सकते हैं. एक विधायक के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने में प्रदेश अध्यक्ष को संवैधानिक अधिकार न भी हो तो भी अपनी अनुशंसा दोनों अधिकृत नेताओं को वे भेज कर मामले की गंभीरता को सहज बना सकते हैं. व्यक्तिगत रूप से जगदानंद सिंह से मैं अनुरोध करूंगा. संकट को टालने के लिए उन्हें कदम उठाना चाहिए.

मांझी ने की कार्रवाई की मांग : वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राजद विधायक सुधाकर सिंह पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जिस तरह का बयान मुख्यमंत्री को लेकर सुधाकर सिंह ने दिया है वह पूरी तरह से गलत है. इस तरह का बयान महागठबंधन में रहकर उन्हें नहीं देना चाहिए. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से मांग की है कि सुधाकर सिंह पर वह कार्रवाई करें और उनसे पूछे कि वो क्यों इस तरह मुख्यमंत्री को लेकर बयान दे रहे हैं.

''राष्ट्रीय जनता दल को ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए और जितना जल्द हो राजद के विधायक सुधाकर पर वह कार्रवाई करें. जिस तरह का बयान सुधाकर सिंह मुख्यमंत्री को लेकर दे रहे हैं, लगता है अभी भी उनका तन राजद में है और मन भारतीय जनता पार्टी के साथ ही है. भाजपा के लोग इस तरह का बयान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर दे सकते हैं.''- जीतन राम मांझी, हम प्रमुख

क्या कहा था सुधाकर सिंह ने? : सुधाकर सिंह ने एक निजी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कहा था कि नीतीश कुमार सिर्फ 2 महीने के लिए आए थे. उन्होंने पहले ही समझौता किया था कि तेजस्वी यादव को सीएम बनाएंगे. मगर अब वो तेजस्वी को सीएम बनने नहीं दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश की तुलना शिखंडी से की. उन्होंने कहा कि इतिहास सबको याद नहीं रखता है.सीएम के तौर पर नीतीश का नाम आज याद है. लेकिन कुर्सी छिनने के बाद आपका काम ही आपके नाम को याद रखेगा. कर्पूरी ठाकुर या लालू प्रसाद यादव की तरह नीतीश कुमार कभी भी इतिहास के पन्नों में शामिल नहीं होंगे. बिहार का इतिहास उन्हें हमेशा शिखंडी के रूप में याद करेगा.वह जब राजद के पास आए थे तो उन्होंने कमिटमेंट दिया था कि नाइट वाचमैन के तौर पर दो-तीन माह के लिए कुर्सी पर रहेंगे, फिर कुर्सी तेजस्वी को सौंप देंगे.

सुधाकर सिंह के शिखंडी वाले बयान पर उपेंद्र कुशवाहा का पलटवार : इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने एक पोस्ट में लिखा था कि सुधाकर सहिं उस शख्सियत को "शिखंडी" कह रहें हैं जिन्होंने बिहार को उस खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलाने की "मर्दानगी" दिखाई थी, वह भी तब जब उसके खिलाफ कुछ भी बोलने के पहले लोग दाएं-बाएं झांक लेते थे. ऐसे बयानों से प्रदेश की लाखों-करोड़ों जनता एवं वर्तमान जद (यू.) और तत्कालीन समता पार्टी के उन हजारों कार्यकर्ताओं की भावना को चोट पहुंचती है. जिन्होंने उस दौर में Nitish Kumar जी का साथ-सहयोग दिया, कुर्बानी दी.

पटना: पूर्व मंत्री और वर्तमान राजद विधायक सुधाकर सिंह के बयान (Sudhakar Singh statement against CM Nitish kumar) पर राजद के ही वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी (senior RJD leader shivanand tiwari) ने ऐतराज जताया है. शिवानंद ने कहा कि ऐसे बयान महागठबंधन के लिए घातक है. वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री व हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी इसकी निंदा की है.

ये भी पढ़ें-नीतीश पर सुधाकर सिंह का हमला जारी, कहा- 'बिहार में विधायिका स्वतंत्र नहीं, सवाल पूछने पर धमकाते हैं'

''मुख्यमंत्री के विरुद्ध राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सुधाकर सिंह का बयान घोर निंदनीय है. ऐसा बयान महागठबंधन की एकता के लिए अत्यन्त घातक है. गठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी है, अतः गठबंधन को चलाने की सबसे अहम जवाबदेही राष्ट्रीय जनता दल के कंधो पर है.''- शिवानंद तिवारी, राजद के वरिष्ठ नेता

गठबंधन को तोड़ने के मकसद से दिया बयान : शिवानंद तिवारी यहीं नहीं रुके. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि सुधाकर सिंह ने जान-बूझकर गठबंधन को तोड़ने के मकसद से इस तरह का बयान दिया है. यह सबको मालूम है सुधाकर इसके पूर्व भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रूप में अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. यही नहीं भाजपा के नेतृत्व के साथ भी इनका घनिष्ठ संबंध रहा है. एक आरोप में जब सुधाकर भभुआ जेल में बंद थे तो स्वयं उन्होंने ही बताया है कि सुशील मोदी उनसे वहां मिलने के लिए गए थे.

'सुधाकर सिंह के खिलाफ कदम उठाएं जगदानंद' : शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव बाहर हैं. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी नहीं हैं. ऐसी परिस्थिति में दोनों की अनुपस्थिति में सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष ही ऐसे अहम मामले में आधिकारिक रूप से कोई बात बोल सकते हैं. एक विधायक के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने में प्रदेश अध्यक्ष को संवैधानिक अधिकार न भी हो तो भी अपनी अनुशंसा दोनों अधिकृत नेताओं को वे भेज कर मामले की गंभीरता को सहज बना सकते हैं. व्यक्तिगत रूप से जगदानंद सिंह से मैं अनुरोध करूंगा. संकट को टालने के लिए उन्हें कदम उठाना चाहिए.

मांझी ने की कार्रवाई की मांग : वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राजद विधायक सुधाकर सिंह पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जिस तरह का बयान मुख्यमंत्री को लेकर सुधाकर सिंह ने दिया है वह पूरी तरह से गलत है. इस तरह का बयान महागठबंधन में रहकर उन्हें नहीं देना चाहिए. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से मांग की है कि सुधाकर सिंह पर वह कार्रवाई करें और उनसे पूछे कि वो क्यों इस तरह मुख्यमंत्री को लेकर बयान दे रहे हैं.

''राष्ट्रीय जनता दल को ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए और जितना जल्द हो राजद के विधायक सुधाकर पर वह कार्रवाई करें. जिस तरह का बयान सुधाकर सिंह मुख्यमंत्री को लेकर दे रहे हैं, लगता है अभी भी उनका तन राजद में है और मन भारतीय जनता पार्टी के साथ ही है. भाजपा के लोग इस तरह का बयान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर दे सकते हैं.''- जीतन राम मांझी, हम प्रमुख

क्या कहा था सुधाकर सिंह ने? : सुधाकर सिंह ने एक निजी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कहा था कि नीतीश कुमार सिर्फ 2 महीने के लिए आए थे. उन्होंने पहले ही समझौता किया था कि तेजस्वी यादव को सीएम बनाएंगे. मगर अब वो तेजस्वी को सीएम बनने नहीं दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश की तुलना शिखंडी से की. उन्होंने कहा कि इतिहास सबको याद नहीं रखता है.सीएम के तौर पर नीतीश का नाम आज याद है. लेकिन कुर्सी छिनने के बाद आपका काम ही आपके नाम को याद रखेगा. कर्पूरी ठाकुर या लालू प्रसाद यादव की तरह नीतीश कुमार कभी भी इतिहास के पन्नों में शामिल नहीं होंगे. बिहार का इतिहास उन्हें हमेशा शिखंडी के रूप में याद करेगा.वह जब राजद के पास आए थे तो उन्होंने कमिटमेंट दिया था कि नाइट वाचमैन के तौर पर दो-तीन माह के लिए कुर्सी पर रहेंगे, फिर कुर्सी तेजस्वी को सौंप देंगे.

सुधाकर सिंह के शिखंडी वाले बयान पर उपेंद्र कुशवाहा का पलटवार : इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने एक पोस्ट में लिखा था कि सुधाकर सहिं उस शख्सियत को "शिखंडी" कह रहें हैं जिन्होंने बिहार को उस खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलाने की "मर्दानगी" दिखाई थी, वह भी तब जब उसके खिलाफ कुछ भी बोलने के पहले लोग दाएं-बाएं झांक लेते थे. ऐसे बयानों से प्रदेश की लाखों-करोड़ों जनता एवं वर्तमान जद (यू.) और तत्कालीन समता पार्टी के उन हजारों कार्यकर्ताओं की भावना को चोट पहुंचती है. जिन्होंने उस दौर में Nitish Kumar जी का साथ-सहयोग दिया, कुर्बानी दी.

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