पटनाः बिहार के बेतिया (Bettiah In Bihar) में संदिग्ध परिस्थितियों में आठ लोगों की मौत (Suspected Death) होने के बाद सूबे में सियासी पारा चढ़ गया है. राजद प्रवक्ता ने सरकार पर सीधे-सीधे हमला बोलते हुए कहा कि जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से इन लोगों की मौतें हुई हैं. शराबबंदी वाले बिहार (Liquor Ban In Bihar) में इस तरह के मामले पहले भी आ चुके हैं, लेकिन सरकार ने अक्सर छोटी मछलियों को फंसाकर बड़ी मछलियों को बचाने का काम किया है.
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"बिहार में जहरीली शराब पीने से लगातार लोगों की जानें जा रही हैं. शराबबंदी कानून लागू होने के बाद भी शराब कौन बेच रहा है? इस तरह के हर मामले में ये देखा गया है कि दोषियों को सजा दिलाने की जगह लीपापोती कर दिया जाता है. बिहार में सत्ता के संरक्षण में शराब माफियाओं का चांदी है. गांव-गांव में जहरीली शराब मिल रही है. सरकार के लोग ही शराबबंदी कानून को विफल साबित करने में लगे हैं. इस तरह से लोगों की जानें जाएंगी तो अब बिहार में 'बिहार की जनता करे पुकार, नीतीश कुमार मुक्त हो बिहार' के पोस्टर लगाए जाएंगे."- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
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राजद नेता ने सरकार पर शराबबंदी कानून की आड़ में दलित परिवारों को शिकार बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने हाल ही में दरभंगा में शराब माफियाओं के द्वारा पुलिसकर्मियों को गाड़ी से रौंदने के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि ये साबित करता है कि यहां माफियाओं को सरकार का संरक्षण प्राप्त है. राजद नेता इन मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
आपको बताते चलें कि आठ संदिग्ध मौतों की खबर सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने मामले की तफ्तीश करते हुए इनमें से 2 लोगों की बीमारी से मौत होने की पुष्टि की है. वहीं 6 लोगों की मौतें अब भी संदिग्ध ही हैं.