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नीतीश की राजनीति के 43 साल, 48 में होंगे तब्दील या यहीं लगेगा विराम?

ये नीतीश कुमार का आखिरी चुनाव है. माने यदि वो जीतते हैं या हारते हैं, तो सक्रिय राजनीति से दूर हो जाएंगे. उनके बयान से ऐसा ही कुछ साफ हो रहा है. चलिए एक नजर डालते हैं नीतीश कुमार की पूरी राजनीतिक पारी पर...

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Published : Nov 5, 2020, 7:33 PM IST

सीएम नीतीश का बयान
सीएम नीतीश का बयान

पटना: बिहार की राजनीति में सीएम नीतीश कुमार ने एक बड़ा ऐलान कर हलचलें तेज कर दी है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के फाइनल फेज के चुनाव प्रचार के दौरान सीएम नीतीश ने पूर्णिया में आयोजित जनसभा में ऐलान करते हुए कहा कि ये उनका आखिरी चुनाव है, अंतिम बार उन्हें मौका जरूर दीजिए. अंत भला तो सब भला. इस बयान के कई राजनीतिक मायने जरूर निकाले जा रहे हैं. ऐसे में नीतीश कुमार के सियासी पारी के बारे में भी जानना जरूरी हो जाता है.

नीतीश कुमार एक मंझे हुए नेता हैं जिन्हें बिहार की राजनीति में चाणक्य नाम दिया गया है. सोशल इंजीनियरिंग की जादूगरी से नीतीश कुमार जनता का मन जीतने में कामयाब रहे हैं. पिछली बार उन्होंने इसी जादूगरी से सत्ता हासिल की. नीतीश कुमार अब तक 6 बार बिहार के मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त कर चुके हैं.

सीएम नीतीश का बयान

नीतीश का उत्तराधिकारी कौन ?
विचारों से समाजवादी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी सुलझे हुए नेता माने जाते हैं. इस बार के चुनाव के लिए प्रचार प्रसार के दौरान उन्होंने कुछ बहुत बयानबाजी अपने इस व्यक्तित्व से हटकर जरूर की. लेकिन आज की चुनावी सभा में उन्होंने जो इमोशनल कार्ड फेंका है. उसके बाद ये सवाल जरूर उठ रहा है कि आखिरी उनका उत्तराधिकारी कौन होगा.

सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

नीतीश कुमार का संक्षिप्त परिचय

  • बिहार के पटना इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले नीतीश कुमार का जन्म साल 1951 में बिहार के एक कुर्मी परिवार में हुआ था.
  • नीतीश का उपनाम मुन्ना है.
  • नीतीश ने राजनीति के गुरु जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, कर्पूरी ठाकुर और जॉर्ज फर्नांडिस थे.
  • 22 फरवरी 1973 को पेशे से इंजीनियर मंजू कुमारी सिन्हा से नीतीश कुमार का विवाह हुआ.
  • नीतीश कुमार का एक पुत्र है, जो बीआईटी से ग्रेजुएट है.
    सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
    सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

राजनीति में रखे कदम

  • साल 1977 को नीतीश कुमार ने राजनीति में कदम रखे. इस साल नीतीश ने जनता पार्टी के टिकट पर पहला विधानसभा चुनाव लड़ा.
  • साल 1985 को नीतीश बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए.
  • नीतीश का राजनीतिक कद धीरे धीरे बढ़ता जा रहा, इसी बीच साल 1987 को नीतीश कुमार बिहार के युवा लोकदल के अध्यक्ष बन गए.
  • नीतीश राजनीति में पारंगत हो ही रहे थे कि साल 1989 को नीतीश कुमार को जनता दल (बिहार) का महासचिव बना दिया गया.
  • साल 1989 नीतीश के राजनीतिक करियर के लिए काफी रहा. इस साल नीतीश 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए.
  • लोकसभा के लिए ये नीतीश का पहला कार्यकाल था.
  • इसके बाद साल 1990 में नीतीश अप्रैल से नवंबर तक कृषि एवं सहकारी विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री रहे.
  • साल 1991 में 10वीं लोकसभा का चुनाव हुए नीतीश एक बार फिर से संसद में पहुंचे.
    पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश
    पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश
  • 1991 में ही नीतीश कुमार जनता दल के महासचिव बने और संसद में जनता दल के उपनेता भी बने.
  • करीब दो साल बाद 1993 को नीतीश को कृषि समिति का चेयरमैन बनाया गया.
  • साल 1996 में नीतीश कुमार 11वीं लोकसभा के लिए चुने गए.
  • नीतीश साल 1996 से 1998 तक रक्षा समिति के सदस्य भी रहे.
  • साल 1998 ने नीतीश फिर से 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए.
  • 1998 से 1999 तक नीतीश कुमार केंद्रीय रेलवे मंत्री भी रहे.
  • 1999 में नीतीश कुमार 13वीं लोकसभा के लिए चुने गए.
  • इसके बाद उन्हें केंद्रीय कृषि मंत्री बनाया गया.

बिहार की सत्ता की कमान

सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

साल 2000 नीतीश के राजनीतिक करियर का सबसे अहम मोड़ था. इस साल नीतीश कुमार पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. उनका कार्यकाल महज 8 दिन का रहा. उन्होंने 3 मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक सीएम पद संभाला.

  • इसके बाद साल 2000 में ही नीतीश एक बार फिर से केंद्रीय कृषि मंत्री बनाए गये.
  • साल 2001 में नीतीश को रेलवे का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया.
  • साल 2001 से 2004 तक नीतीश केंद्रीय रेलमंत्री रहे.
  • साल 2004 में नीतीश 14वीं लोकसभा के लिए चुने गए.

पहली बार 5 साल के लिए मिली सत्ता

नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

वर्ष 2005 में नीतीश कुमार एक बार फिर से मुख्यमंत्री बने. उन्होंने बतौर 31वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. नीतीश का ये कार्यकाल 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक चला.

  • 26 नवंबर 2010 को नीतीश कुमार एक बार फिर से मुख्यमंत्री बने.
  • तीसरी बार उनका कार्यकाल 25 नवंबर 2010 से 19 मई 2014 तक रहा.
  • चौथी बार नीतीश कुमार ने नीतीश कुमार 22 फरवरी 2015 को सीएम पद की शपथ ली. नीतीश का ये कार्यकाल 19 नवंबर 2015 को खत्म हो गया.
  • 35वें मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश ने महागठबंधन का दामन थामते हुए 20 नवंबर 2015 को शपथ ली. उनका ये कार्यकाल 26 जुलाई 2017 तक चला.
  • इसके बाद नीतीश कुमार को एनडीए का साथ पसंद आया और उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर 27 जुलाई 2017 को अपनी सरकार बनाई और सीएम पद की शपथ ली.

बिहार के 36वें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पूर्णिया की धरती से जो ऐलान किया है. उससे जनता में वो अपना क्या प्रभाव छोड़ पाएंगे. ये तो आने वाली 10 नवंबर की तारीख बताएगी.

पटना: बिहार की राजनीति में सीएम नीतीश कुमार ने एक बड़ा ऐलान कर हलचलें तेज कर दी है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के फाइनल फेज के चुनाव प्रचार के दौरान सीएम नीतीश ने पूर्णिया में आयोजित जनसभा में ऐलान करते हुए कहा कि ये उनका आखिरी चुनाव है, अंतिम बार उन्हें मौका जरूर दीजिए. अंत भला तो सब भला. इस बयान के कई राजनीतिक मायने जरूर निकाले जा रहे हैं. ऐसे में नीतीश कुमार के सियासी पारी के बारे में भी जानना जरूरी हो जाता है.

नीतीश कुमार एक मंझे हुए नेता हैं जिन्हें बिहार की राजनीति में चाणक्य नाम दिया गया है. सोशल इंजीनियरिंग की जादूगरी से नीतीश कुमार जनता का मन जीतने में कामयाब रहे हैं. पिछली बार उन्होंने इसी जादूगरी से सत्ता हासिल की. नीतीश कुमार अब तक 6 बार बिहार के मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त कर चुके हैं.

सीएम नीतीश का बयान

नीतीश का उत्तराधिकारी कौन ?
विचारों से समाजवादी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी सुलझे हुए नेता माने जाते हैं. इस बार के चुनाव के लिए प्रचार प्रसार के दौरान उन्होंने कुछ बहुत बयानबाजी अपने इस व्यक्तित्व से हटकर जरूर की. लेकिन आज की चुनावी सभा में उन्होंने जो इमोशनल कार्ड फेंका है. उसके बाद ये सवाल जरूर उठ रहा है कि आखिरी उनका उत्तराधिकारी कौन होगा.

सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

नीतीश कुमार का संक्षिप्त परिचय

  • बिहार के पटना इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले नीतीश कुमार का जन्म साल 1951 में बिहार के एक कुर्मी परिवार में हुआ था.
  • नीतीश का उपनाम मुन्ना है.
  • नीतीश ने राजनीति के गुरु जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, कर्पूरी ठाकुर और जॉर्ज फर्नांडिस थे.
  • 22 फरवरी 1973 को पेशे से इंजीनियर मंजू कुमारी सिन्हा से नीतीश कुमार का विवाह हुआ.
  • नीतीश कुमार का एक पुत्र है, जो बीआईटी से ग्रेजुएट है.
    सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
    सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

राजनीति में रखे कदम

  • साल 1977 को नीतीश कुमार ने राजनीति में कदम रखे. इस साल नीतीश ने जनता पार्टी के टिकट पर पहला विधानसभा चुनाव लड़ा.
  • साल 1985 को नीतीश बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए.
  • नीतीश का राजनीतिक कद धीरे धीरे बढ़ता जा रहा, इसी बीच साल 1987 को नीतीश कुमार बिहार के युवा लोकदल के अध्यक्ष बन गए.
  • नीतीश राजनीति में पारंगत हो ही रहे थे कि साल 1989 को नीतीश कुमार को जनता दल (बिहार) का महासचिव बना दिया गया.
  • साल 1989 नीतीश के राजनीतिक करियर के लिए काफी रहा. इस साल नीतीश 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए.
  • लोकसभा के लिए ये नीतीश का पहला कार्यकाल था.
  • इसके बाद साल 1990 में नीतीश अप्रैल से नवंबर तक कृषि एवं सहकारी विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री रहे.
  • साल 1991 में 10वीं लोकसभा का चुनाव हुए नीतीश एक बार फिर से संसद में पहुंचे.
    पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश
    पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश
  • 1991 में ही नीतीश कुमार जनता दल के महासचिव बने और संसद में जनता दल के उपनेता भी बने.
  • करीब दो साल बाद 1993 को नीतीश को कृषि समिति का चेयरमैन बनाया गया.
  • साल 1996 में नीतीश कुमार 11वीं लोकसभा के लिए चुने गए.
  • नीतीश साल 1996 से 1998 तक रक्षा समिति के सदस्य भी रहे.
  • साल 1998 ने नीतीश फिर से 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए.
  • 1998 से 1999 तक नीतीश कुमार केंद्रीय रेलवे मंत्री भी रहे.
  • 1999 में नीतीश कुमार 13वीं लोकसभा के लिए चुने गए.
  • इसके बाद उन्हें केंद्रीय कृषि मंत्री बनाया गया.

बिहार की सत्ता की कमान

सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

साल 2000 नीतीश के राजनीतिक करियर का सबसे अहम मोड़ था. इस साल नीतीश कुमार पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. उनका कार्यकाल महज 8 दिन का रहा. उन्होंने 3 मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक सीएम पद संभाला.

  • इसके बाद साल 2000 में ही नीतीश एक बार फिर से केंद्रीय कृषि मंत्री बनाए गये.
  • साल 2001 में नीतीश को रेलवे का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया.
  • साल 2001 से 2004 तक नीतीश केंद्रीय रेलमंत्री रहे.
  • साल 2004 में नीतीश 14वीं लोकसभा के लिए चुने गए.

पहली बार 5 साल के लिए मिली सत्ता

नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

वर्ष 2005 में नीतीश कुमार एक बार फिर से मुख्यमंत्री बने. उन्होंने बतौर 31वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. नीतीश का ये कार्यकाल 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक चला.

  • 26 नवंबर 2010 को नीतीश कुमार एक बार फिर से मुख्यमंत्री बने.
  • तीसरी बार उनका कार्यकाल 25 नवंबर 2010 से 19 मई 2014 तक रहा.
  • चौथी बार नीतीश कुमार ने नीतीश कुमार 22 फरवरी 2015 को सीएम पद की शपथ ली. नीतीश का ये कार्यकाल 19 नवंबर 2015 को खत्म हो गया.
  • 35वें मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश ने महागठबंधन का दामन थामते हुए 20 नवंबर 2015 को शपथ ली. उनका ये कार्यकाल 26 जुलाई 2017 तक चला.
  • इसके बाद नीतीश कुमार को एनडीए का साथ पसंद आया और उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर 27 जुलाई 2017 को अपनी सरकार बनाई और सीएम पद की शपथ ली.

बिहार के 36वें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पूर्णिया की धरती से जो ऐलान किया है. उससे जनता में वो अपना क्या प्रभाव छोड़ पाएंगे. ये तो आने वाली 10 नवंबर की तारीख बताएगी.

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