पटना: हाल के दिनों में राजधानी पटना में हथियारबंद लुटेरों ने जमकर तांडव मचाया है. चार महीने पहले गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के बाइपास फोरलेन से सटे भागवत कॉम्पलेक्स में हथियारबंद बदमाशों ने लूट की दो बड़ी वारदात को अंजाम दिया. एक ज्वेलरी दुकान और एक फाइनेंस कंपनी आईआईएफएल में लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. इन दोनों मामलों में चार महीने बाद भी पटना पुलिस के हाथ खाली हैं.
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अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं: दरअसल, यह मामला बीते चार महीने पहले का है. जहां पटना के अनिसाबाद पुलिस कॉलोनी से हथियारबंद अपराधियों ने बीच दोपहर में बाइपास फोरलेन से सटे भागवत कॉम्पलेक्स में दो घंटे में दो बड़ी वारदात को अंजाम दिया. पहले मामले के अनुसार दिन में करीब डेढ़ बजे के आसपास महालक्ष्मी ज्वेलर्स से करीब डेढ़ लाख रुपये की ज्वेलरी लूटकर मौके से फरार हो गए.
20 मिनट में आठ किलो सोना लेकर फरार: घटना के बाद दोपहर करीब साढ़े तीन बजे लूट की दूसरी वारदात सोना और ज्वेलरी लेकर लोन में पैसे देने वाली कंपनी आईआईएफएल के ऑफिस में दी. जहां बदमाशों ने गार्ड, ग्राहक और कर्मियों को बंधक बनाकर 20 मिनट में कुल आठ किलो सोना लूटकर लूटेरे मौके से फरार हो गये. बताया जाता है कि कार्यालय से करीब पांच करोड़ रुपये के सोने के गहने लूटे गये हैं. हालांकि इस मामले में 4 महीने बीत जाने के बावजूद भी पटना पुलिस का हाथ खाली है.
जांच में जुटी पुलिस: कार्यालय में लूटपाट के बाद दफ्तर के अंदर मौजूद चार कर्मियों, एक गार्ड और तीन ग्राहकों को बाथरूम के अंदर बंद कर दिया गया था. जिसके बाद बदमाश लूटे गए सोने को काले रंग के बैग में भरकर बाइक से फुलवारीशरीफ टमटम पड़ाव की ओर भाग निकले. इस मामले में पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया है. लेकिन इस वारदात में पेशेवर बदमाशों के साथ ही स्थानीय लुटेरों का हाथ माना जा रहा है. लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अन्य ठिकानों पर भी दबिश दे रही है. वहीं इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं. भागवत कॉम्पलेक्स में लगे कई सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर पुलिस अपने साथ जांच के लिए लेकर गई है.
चार लुटेरों ने दिया था लूट को अंजाम: पटना पुलिस के विशेष सूत्रों और मामले की जांच में जुटे आईओ से मिल रही जानकारी के अनुसार राजधानी पटना में जून महीने में पटना के व्यस्त इलाके में दिनदहाड़े सोना और कैश लूटने वाले बदमाशों की पहचान कर ली गई है. बताया कि 03 जून 2022 को गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के अनिसाबाद पुलिस कॉलोनी के सामने आईआईएफएल गोल्ड फाइनेंस कंपनी में कुल 9 किलो 759 ग्राम सोना और 10 लाख रुपये कैश लूटे गये थे.
इस वारदात को अंजाम देने में कुल चार अपराधी शामिल थे. इनमें पुलिस ने दो की पहचान की है और उनके घर से लेकर अन्य ठिकानों का सत्यापन भी कर चुकी है. इन दोनों लुटेरों का नाम पंकज कुमार सिंह और रवि कुमार बताया जाता है. बताया जाता है कि दोनों अपराधी उत्तर प्रदेश के मउ और गोरखपुर जिले का निवासी है. इन दोनों आरोपियों के खिलाफ गर्दनीबाग थानें में दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी है. वहीं इस मामले में एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि लूटकांड में शामिल चार में दो अपराधियों की पहचान की जा चुकी है. जल्द ही उन दोनों की गिरफ्तारी की जाएगी.
लुटेरे यूपी के निवासी थे: पुलिस सूत्रों की मानें तो लूट के बाद चारों अपराधी दो बाइक से फरार हुए थे. रास्ते में इनलोगों ने अपनी बाइक भी बदल दी थी. ताकि पुलिस कंफ्यूजन में रहें. हालांकि अब तक की छानबीन में जानकारी मिली है कि लूटकांड का मास्टरमाइंड पंकज है और रवि उसका करीबी दोस्त है. जबकि इनके खिलाफ पहले से कोई भी आपराधिक इतिहास नहीं मिला है और दो अन्य की पहचान नहीं हो की गई है.
गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई: मिल रही जानकारी के अनुसार पुलिस पंकज और रवि की गिरफ्तारी के लिए वाराणसी, बलिया, मउ, गोरखपुर से लेकर बस्ती जिला तक गई थी लेकिन उन आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिल सका था. जिसके बाद पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान और फुटेज के जरिए दोनों की तस्वीर मिलने पर पुलिस ने इनके घर का पता खोजा और घर पर पहुंची लेकिन दोनों अपने घर पर नहीं मिल सका. जिसके बाद पटना पुलिस ने यूपी पुलिस के साथ संपर्क साधे हुए है जिससे की दोनों आरोपियों की कुंडली खंगाली जा सके. हालांकि इस पूरे मामले में 4 महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस के द्वारा एक भी अपराधी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
इस पूरे मामले पर पुलिस का मानना है कि जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा. इस पूरे मामले में एसआईटी के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज और वैज्ञानिक अनुसंधान की मदद ली जा रही है. बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार की मानें तो 'यह मामला काफी गंभीर है. इस मामले में पटना पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद होकर काम कर रही है'.
हालांकि इस पूरे घटना के बाद गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी के द्वारा अपनी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दो नए गार्ड की तैनाती की गई है. जो हर व्यक्ति से पूछताछ और मेटल डिटेक्टर से जांच पड़ताल के बाद ही अंदर जाने की अनुमति देते हैं. हालांकि इस पूरे मामले में गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी और मैनेजर कंपनी के नियमानुसार कुछ भी बोलने से परहेज करते हैं. उनका साफ तौर पर कहना है कि वह इस पूरे मामले के बारे में कुछ भी जानकारी मीडिया के समक्ष नहीं रख सकते हैं.
इस संबंध में पुलिस ने डीवीआर को जब्त कर लिया है. उनका साफ तौर पर कहना है कि इस मामले में कंपनी की बदनामी हो सकती है. वहीं अनिसाबाद पुलिस कॉलोनी निवासी ने बताया कि उन्होंने भी अपनी बेटी के शादी के लिए 50,000 रुपये के लिए सोने के गहने को इस कंपनी में गिरवी रखा था. हालांकि उन्होंने अपनी पहचान छुपा कर रखने के बाद ने बताया कि कंपनी के द्वारा कहा गया है कि सोने के गहने और पैसे को वापस कर दिया जाएगा. हालांकि मिल रही जानकारी के अनुसार सैकड़ों ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने सोने को गिरवी रखकर पैसे उधार में लिए थे और अबतक उनका सोना गायब है.
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