पटना/नई दिल्ली: राज्यसभा में भाषण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी का शायराना अंदाज भी नजर आया. उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, 'जब तक राजनीतिक चश्मे से सब देखा जायेगा तो धुंधला ही नजर आएगा और इसलिए अगर हम राजनीतिक चश्में उतारकर हम देखेंगे तो देश का भविष्य नजर आएगा.'
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, 'शायद इसीलिए गालिब ने कहा था कि… ताउम्र गालिब ये भूल करता रहा, ताउम्र गालिब ये भूल करता रहा… धूल चेहरे पर थी और मैं आइना साफ करता रहा.'
लोकसभा में बोलने के एक दिन बाद मोदी को राज्यसभा में विपक्ष के सदस्यों ने खामोशी के साथ गंभीर मुद्रा में सुना, जबकि राजग सदस्यों ने बार-बार मेजें थपथपाईं. उन्होंने कहा, 'हम जानते हैं कि हमारे पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है. लेकिन, लोकसभा के फैसले को लोगों के जनादेश के कारण राज्यसभा में सम्मान मिलना चाहिए.'
मोदी ने जिक्र किया कि बीते पांच सालों में कुछ विधेयकों का समय निकल गया, क्योंकि सरकार के पास राज्यसभा में संख्या नहीं है. उन्होंने कहा, 'हमें इस अवरोध से छुटकारा पाने की जरूरत है.' उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हवाले से कहा कि बहुमत का जनादेश शासन करने के लिए है और अल्पमत का जनादेश विरोध करने के लिए है, लेकिन किसी को व्यवधान डालने के लिए जनादेश नहीं है.
कांग्रेस गलत प्रचार कर रही है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'हमें देश चलाना है और हमें आपके सहयोग की जरूरत है.' उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि वह यह मिथक फैला रही है कि अगर वह चुनाव हारती है तो यह देश का नुकसान है.
कांग्रेस को उसका घमंड खा गया- पीएम मोदी
मोदी ने कहा कि कांग्रेस को उसका घमंड खा गया और लोकसभा में हार के बाद उसने आत्मनिरीक्षण करने के बजाय बाहर देखना बेहतर समझा. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस 17 राज्यों में एक भी सीट नहीं जीत सकी। और, उसने दावा किया कि देश यह चुनाव हार गया. ऐसे बयान आम चुनावों में वोट देने वाली जनता को दुख पहुंचाते हैं. यह देश की जनता का अपमान भी है.'
'किसान देश का निर्माण खंड हैं'
विपक्ष पर मोदी ने कहा कि उन्होंने यह कहने के लिए विपक्ष पर करारा हमला किया कि वोट पाने के लिए किसानों को 2,000 रुपये की सरकारी योजनाओं की रिश्वत दी गई. उन्होंने कहा, 'किसान इस देश का निर्माण खंड है. वे कहते हैं कि किसानों के वोट खरीदे गए. यह देश के 15 करोड़ किसान परिवारों का अपमान है.'
मॉब लिंचिंग की घटना दुखद
मोदी ने कहा कि झारखंड में भीड़ द्वारा एक युवक की पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) किए जाने की घटना से उन्हें दुख हुआ है, लेकिन इसके लिए पूरे प्रदेश पर आरोप लगाना गलत है.
मोदी ने कहा, 'झारखंड में लिंचिंग की घटना से मुझे दुख हुआ. इससे दूसरों को भी दुख हुआ. लेकिन राज्यसभा में कुछ लोग झारखंड को लिंचिंग का केंद्र मानते हैं. क्या यह सही है? वे एक राज्य का अपमान क्यों कर रहे हैं?' बता दें कि धतकीडीह गांव में 20 जून को चोरी के शक में पकड़कर बुरी तरह पीटे गए तबरेज अंसारी (22) ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था. उसे 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर किया गया था.
ईवीएम पर बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में अपनी हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाने को लेकर भी विपक्षी दलों पर हमला किया. उन्होंने ईवीएम का विरोध करने वालों पर तकनीक विरोधी होने का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री ने कहा, 'सदन में कुछ लोग ईवीएम के बारे में बात करते रहे हैं. एक समय था जब हम संसद में हमारे सिर्फ दो सांसद थे। लोग हमारा मजाक उड़ाते थे, लेकिन हमने कठिन परिश्रम किया और लोगों का विश्वास जीता.'
हमने तो कोई बहाना नहीं बनाया- पीएम मोदी
मोदी ने कहा, 'हमने कोई बहाना नहीं बनाया.' प्रधानमंत्री ने कहा कि ईवीएम से बहुत से चुनाव कराए गए, जिससे विभिन्न पार्टियो को कई राज्यों में सरकार चलाने का अवसर मिला. उन्होंने कहा, 'फिर आज ईवीएम पर सवाल क्यों?' मोदी ने कहा कि 1992 से 113 विधानसभा व चार लोकसभा चुनाव ईवीएम के जरिए कराए गए हैं. अदालत ने इस पर सकारात्मक फैसला दिया है. उन्होंने कहा, 'जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वे सिर्फ ईवीएम का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि उन्हें तकनीक, डिजिटल लेनदेन, आधार, जीएसटी, भीम एप से भी दिक्कत है.'
'ये स्वस्थ लोकतंत्र नहीं'
उन्होंने कहा, 'इस तरह की नकारात्मकता क्यों. इसी नकारात्मकता के कारण कुछ पार्टियां लोगों का विश्वास जीतने में असमर्थ रही हैं.' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के मेरे दोस्त हमारी जीत को पचा नहीं पा रहे हैं. वह हार को स्वीकार करने में समर्थ नहीं हैं. मैं इसे लोकतंत्र में एक स्वस्थ संकेत नहीं मानता.'