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International Tiger Day: बिहार का दूसरा टाइगर रिजर्व होगा कैमूर, अररिया को जल्द मिलेगा ZOO

बिहार में कैमूर को टाइगर रिजर्व बनाने की योजना है. इसके लिए केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गया है. केंद्र से हरी झंडी मिलते ही जल्द ही काम शुरू किया जाएगा. साथ ही इस साल के अंत तक अररिया में ZOO बनकर तैयार हो जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 29, 2023, 11:06 PM IST

कैमूर को टाइगर रिजर्व बनाने की योजना

पटना: अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर पटना में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर सरकार ने कैमूर को टाइगर रिजर्व बनाने की योजना बनाई है. वन पर्यावरण विभाग की सचिव पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बिहार का दूसरा टाइगर रिजर्व कैमूर में तैयार होगा. राज्य सरकार की यही कोशिश है कि जितने भी वन्य क्षेत्र है, उसको डेवलप किया जाए. पर्यटन बढ़ावा को लेकर के लगातार बिहार सरकार काम कर रही है.

यह भी पढ़ेंः World Tiger Day: पटना जू में दर्शक कर सकेंगे काले तेंदुए 'बघीरा' का दीदार, तेज प्रताप यादव ने किया रिलीज

केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गयाः कैमूर में टाइगर रिजर्व बनाने को लेकर केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गया है. कैमूर और रोहतास जिले के बीच में टाइगर रिजर्व बनेगा. 1500 वर्ग फीट किलोमीटर का होगा. उन्होंने कहा कि इसके साथ अररिया के रानीगंज में जू बनाने का प्रस्ताव है. काम तेजी से चल रहा है. उम्मीद है कि इस साल के अंत तक पूर्ण हो जाएगा.

टाइगर रिजर्व घोषित करने की योजनाः बता दें कि कैमूर के जंगलों में जंगली जानवर के साथ-साथ वन्य प्राणी मौजूद हैं. इसकी गणना कराई गई है. केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद वन पर्यावरण विभाग की टीम कैमूर जाकर जमीनी स्तर पर दौरा करेगी. जिसके बाद केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय कदम उठाकर शर्तों को पूरा करके इसे टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित करेगा.

टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगाः केंद्र सरकार से मुहर लगने के साथ टाइगर रिजर्व बनाने की पहल शुरू हो जाएगी. इससे बिहार में इको टूरिज्म बढ़ावा मिलेगा. बताया जाता है कि कैमूर के वन क्षेत्र में बाघ को देखा गया था और उसके बाद से टाइगर रिजर्व बनाने की पहल की गई. केंद्र सरकार की मुहर लगने के बाद कैमूर वन्य प्राणी क्षेत्र को टाइगर रिजर्व घोषित किया जाएगा. इसके विकास होने से बिहार टूरिज्म हब बनेगा.

झारखंड राज्य भी लाभान्वित होगाः बिहार के साथ-साथ झारखंड राज्य भी लाभान्वित होगा. मध्यप्रदेश के टाइगर रिजर्व क्षेत्र से कैमूर टाइगर रिजर्व तक कॉरिडोर बनाया जाएगा. राज्य का दूसरा टाइगर रिजर्व कैमूर होगा. पहला वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व है, जहां पर लोग जंगली जानवरों का दीदार करने पहुंचते हैं. अररिया जिला में बनाया जा रहा चिड़ियाघर की सौगात बिहार वासियों को इस साल के अंत तक मिल जाएगा.

"राज्य सरकार की कोशिश है कि जितने भी वन क्षेत्र हैं, उसे डेवलप किया जाए. एक कैमूर में टाइगर रिजर्व बनाने की बात हो रही है, जिसका प्रपोजल केंद्र सरकार को भेजा गया है. दूसरा अररिया में रानीगंज का है, जहां चिड़ियाघर बनाने की योजना है. इस साल के अंत तक चिड़ियाघर बनकर तैयार हो जाएगा." -वंदना प्रेयसी, सचिव, वन पर्यावरण विभाग

कैमूर को टाइगर रिजर्व बनाने की योजना

पटना: अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर पटना में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर सरकार ने कैमूर को टाइगर रिजर्व बनाने की योजना बनाई है. वन पर्यावरण विभाग की सचिव पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बिहार का दूसरा टाइगर रिजर्व कैमूर में तैयार होगा. राज्य सरकार की यही कोशिश है कि जितने भी वन्य क्षेत्र है, उसको डेवलप किया जाए. पर्यटन बढ़ावा को लेकर के लगातार बिहार सरकार काम कर रही है.

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केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गयाः कैमूर में टाइगर रिजर्व बनाने को लेकर केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गया है. कैमूर और रोहतास जिले के बीच में टाइगर रिजर्व बनेगा. 1500 वर्ग फीट किलोमीटर का होगा. उन्होंने कहा कि इसके साथ अररिया के रानीगंज में जू बनाने का प्रस्ताव है. काम तेजी से चल रहा है. उम्मीद है कि इस साल के अंत तक पूर्ण हो जाएगा.

टाइगर रिजर्व घोषित करने की योजनाः बता दें कि कैमूर के जंगलों में जंगली जानवर के साथ-साथ वन्य प्राणी मौजूद हैं. इसकी गणना कराई गई है. केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद वन पर्यावरण विभाग की टीम कैमूर जाकर जमीनी स्तर पर दौरा करेगी. जिसके बाद केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय कदम उठाकर शर्तों को पूरा करके इसे टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित करेगा.

टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगाः केंद्र सरकार से मुहर लगने के साथ टाइगर रिजर्व बनाने की पहल शुरू हो जाएगी. इससे बिहार में इको टूरिज्म बढ़ावा मिलेगा. बताया जाता है कि कैमूर के वन क्षेत्र में बाघ को देखा गया था और उसके बाद से टाइगर रिजर्व बनाने की पहल की गई. केंद्र सरकार की मुहर लगने के बाद कैमूर वन्य प्राणी क्षेत्र को टाइगर रिजर्व घोषित किया जाएगा. इसके विकास होने से बिहार टूरिज्म हब बनेगा.

झारखंड राज्य भी लाभान्वित होगाः बिहार के साथ-साथ झारखंड राज्य भी लाभान्वित होगा. मध्यप्रदेश के टाइगर रिजर्व क्षेत्र से कैमूर टाइगर रिजर्व तक कॉरिडोर बनाया जाएगा. राज्य का दूसरा टाइगर रिजर्व कैमूर होगा. पहला वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व है, जहां पर लोग जंगली जानवरों का दीदार करने पहुंचते हैं. अररिया जिला में बनाया जा रहा चिड़ियाघर की सौगात बिहार वासियों को इस साल के अंत तक मिल जाएगा.

"राज्य सरकार की कोशिश है कि जितने भी वन क्षेत्र हैं, उसे डेवलप किया जाए. एक कैमूर में टाइगर रिजर्व बनाने की बात हो रही है, जिसका प्रपोजल केंद्र सरकार को भेजा गया है. दूसरा अररिया में रानीगंज का है, जहां चिड़ियाघर बनाने की योजना है. इस साल के अंत तक चिड़ियाघर बनकर तैयार हो जाएगा." -वंदना प्रेयसी, सचिव, वन पर्यावरण विभाग

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