पटनाः बिहार के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में शारीरिक शिक्षक आज शनिवार को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने राजद कार्यालय पहुंचे. शारीरिक शिक्षक मानदेय बढ़ाने और राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहे थे. शारीरिक शिक्षकों का कहना था कि सरकार अभी तक हमलोग को मात्र आठ हजार रुपए मानदेय के रूप में देती है. जिससे, परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है. विभागीय अधिकारी से भी इसकी शिकायत भी की लेकिन, उनकी मांगों को नहीं सुना जा रहा है.
इसे भी पढ़ेंः शिक्षकों के बाद अब बच्चों के लिए KK Pathak का नया फरमान, स्कूल नहीं आए तो...
"शारीरिक शिक्षक हूं. हम लोगों का मात्र आठ हजार रुपये मानदेय मिलता है. सरकार को सोचना होगा. हमारी मांग पुरानी है लेकिन सरकार सुन नहीं रही है. आज सरकार को जगाने ही राजद कार्यालय पहुंचे हैं. किसी बड़े नेता से मुलाकात तो नहीं हुई लेकिन हमने अपनी मांगों को लिख कर दे दिया है. सरकार को चाहिए की हमें राज्यकर्मी का दर्जा दे और मानदेय को फौरन बढ़ाया जाए, जिससे हमारा परिवार ठीक ढंग से चल सके."- ज्योति कुमारी, शारीरिक शिक्षक, नवादा
सरकार ध्यान नहीं दे रहीः भागलपुर से आए अभय कुमार मिश्रा का कहना था कि वे लोग उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात करने आए थे. उनसे तो मुलाकात नहीं हो पाई. कुछ अन्य राजद नेताओं से मुलाकात हुई है. हमलोग कब तक मात्र आठ हजार रुपए मानदेय पर काम करते रहेंगे. सरकार को हमारी बात सुनना चाहिए. हम लोगों को सरकार राज्यकर्मी का दर्जा दे. उन्होंने कहा की विभाग को सब पता है वावजूद इसके सरकार ध्यान नहीं दे रही है.
आंदोलन की चेतावनीः किशनगंज से आए शारीरिक शिक्षक संतोष कुमार का कहना था कि उनलोगों को काफी परेशान हो रही है. काम तो पूरा करना होता है लेकिन वेतन आधे से कम मिल रहा है. समान काम समान वेतन की मांग हम लोग शुरू से कर रहे हैं. सरकार ध्यान नहीं दे रही है. सरकार को ध्यान दिलाने ही आज हमलोग पटना पहुंचे हैं. शिक्षकों का कहना था कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे लोग बड़ा आंदोलन करेंगे. बता दें कि पूरे बिहार के 2400 शारीरिक शिक्षक हैं. इनको आठ हजार रुपए मानदेय मिलता है.