पटना : कोरोना की दूसरे लहर से बिहार भी प्रभावित हुआ है. हांलाकि अब संक्रमण की रफ्तार में कमी आयी है. फिर तीसरी लहर की आशंका को लेकर एहतियातन पूर्व मध्य रेलवे ने (East Central Railway) बिना मास्क के रेलवे परिसर में पकड़ने जाने पर 500 रुपये जुर्माना वसूले जाने का ( 500 Rupee fine on without mask ) आदेश अप्रैल में ही जारी किया है. लेकिन बावजूद पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर अभी भी लोग बिना मास्क के घूमते नजर आ रहे हैं. अब सवाल ये उठता है कि रेल प्रशासन अपने ही आदेश का सख्ती से पालन नहीं करा रहा है.
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रेलव अधिकारी ने बताया कि लगातार पटना जंक्शन पर मास्क सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को लेकर के जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. बता दें कि रेलवे ने स्टेशनों पर यात्रियों के लिए कोरोना गाइडलाइन जारी किया है. लेकिन अभी तक स्टेशन परिसर में एक भी यात्री से 500 रुपये का जुर्माना नहीं लिया गया है. हांलाकि कोरोना संक्रमण के मामले तो जरूर कम हुए हैं. लेकिन तीसरी लहर की आशंका को लेकर डॉक्टर और सरकार पूरी तरह से चिंतित है. ऐसे में रेल प्रशासन की ये लापरवाही भारी पड़ सकती है.
वहीं पटना जंक्शन आरपीएफ थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि आरपीएफ द्वारा पटना जंक्शन के रेलवे परिसर प्लेटफार्म पर यात्रियों को जागरूक किया जाता है. लाउडस्पीकर के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाता है. जो भी यात्री बिना मास्क के नजर आते हैं उनको मास्क भी दिया जाता है. लेकिन अभी तक किसी से 500 रुपये का जुर्माना नहीं वसूला गया है. वहीं कुछ यात्रियों का मानना है कि ज्यादातर बिना मास्क के लोग घूमते नजर आ रहे हैं. इस पर रेल प्रशासन विशेष ध्यान देने की जरुरत है.
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बता दें कि पटना जंक्शन पूर्व मध्य रेल का सबसे व्यस्तम रेलवे स्टेशनों में शामिल है. जहां पर लाखों यात्री प्रतिदिन यात्रा करने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क को लेकर रेलवे प्रशासन सजग नहीं दिख रहा है. कहीं ना कहीं ये लापरवाही बिहार में कोरोना की तीसरी लहर आने से रोकने के लिये सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना जरुरी है. वहीं पटना जंक्शन पर महाराष्ट्र दिल्ली पंजाब गुजरात से अधिकांश लोग प्रतिदिन उतरते हैं. ऐसे में अब जंक्शन पर कोरोना जांच भी नहीं के बराबर हो रही है. जिला स्वास्थ समिति के द्वारा लगे स्वास्थ्य कर्मी बैठकर टाइम पास करते हैं. जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है.