पटना: जल्द ही बिहार के लोगों को मुंबई मरीन ड्राइव (Marine Drive of Mumbai) का फॉल मिलेगा जिसे क्वीन नेकलेस (Queens Necklace Patna) के नाम से भी जाना जाता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की महत्वाकांक्षी पटना गंगा ड्राइव वे परियोजना (ganga driveway patna) को जल्द ही लोगों को सौंपा जाएगा. ड्राइव वे न केवल यातायात को आसान करेगा बल्कि मोटर चालक और सवारों का समय भी बचाएगा. कहा जा रहा है कि पटना मरीन ड्राइव इस महीने ही लोगों को समर्पित किया जा सकता है. इसे बनाने में लगभग 4000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है.
सीएम से समय मिलने का इंतजार: दरअसल मुंबई के मरीन ड्राइव की तरह पटना के गंगा किनारे भी मरीन ड्राइव का निर्माण हो रहा है जिसे गंगा एक्सप्रेस वे का नाम दिया गया है. इसके 1 भाग का उद्घाटन इसी महीने होना है. दीघा से दीदारगंज तक 20.5 किलोमीटर में इसका निर्माण हो रहा है. इसमें से एक भाग पटना से एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट तक बनकर तैयार हो गया है. दो लेन में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया गया है और चौड़ाई 40 मीटर है. मुख्यमंत्री से समय मिलते ही उद्घाटन के बाद इसे लोगों के आवागमन के लिए शुरू कर दिया जाएगा.
खूबसूरत नजारों के बीच लोग मनाएंगे पिकनिक: राजधानी के लोग जल्द ही गंगा किनारे बने मरीन ड्राइव पर चलने का आनंद जल्द उठा सकेंगे. गंगा एक्सप्रेस वे का एक भाग बनकर तैयार हो गया है. 2013 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था और लगभग 7 किलोमीटर की लंबाई है. ऐसे तो इसे 2017 में ही बनकर तैयार हो जाना था लेकिन 5 साल विलंब के बाद यह शुरू होने जा रहा है. प्राकृतिक सुंदरता के बीच लोग इस मरीन ड्राइव का आनंद ले सकेंगे.
लोगों को होंगे कई फायदे: राजधानी पटना के लोगों को इस पर सफर करने के लिए टोल टैक्स भी देना पड़ेगा लेकिन इसके कई लाभ भी राजधानी के लोगों को मिलेंगे. एक तो गंगा किनारे घूमने का आनंद भी मरीन ड्राइव पर ले सकेंगे तो वहीं गांधी मैदान से दीघा जाना आना आसान हो सकेगा. साथ ही जेपी सेतु पर भी आसानी से पहुंचा जा सकेगा और इसके कारण सोनपुर से लेकर सिवान तक जाना आसान होगा. दूसरी तरफ अटल पथ से भी दीघा के नजदीक रोटरी के माध्यम से गंगा एक्सप्रेस वे को जोड़ा गया है. इसे राजधानी के बड़े हिस्से के लोगों को गांधी मैदान आना आसान हो सकेगा और पीएमसीएच भी आसानी से पहुंच सकेंगे. दीघा के इलाके में काफी संख्या में स्कूल और शिक्षण संस्थान है जहां पहुंचना अब आसान हो सकेगा जाम से भी मुक्ति मिलेगी. सुरक्षा के लिए कई तरह की निगरानी की व्यवस्था की गई है. गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए हुडको से दो हजार करोड़ का लोन भी लिया गया है.
दीदर के लिए पहुंच रहे लोग: गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है पिछले दिनों एक हादसा भी हो गया था उसके बाद जिला प्रशासन ने इसे बंद कर दिया है लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग इसे देखने आ रहे हैं. लोगों को उद्घाटन का इंतजार है. पीएमसीएच के पास रहने वाले गौरव का कहना है कि उनका घर सिवान में है और आसानी से अब गंगा एक्सप्रेस वे के माध्यम से पहुंच सकेंगे.
"पीएमसीएच आना भी अब काफी आसान हो जाएगा. घर सिवान में वहां का सफर भी आसान हो जाएगा. गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर काफी उत्सुकता है."- गौरव, पटनावासी
"राजधानी के लोगों का बड़ा पर्यटक स्थल बनेगा. यातायात का भी बड़ा माध्यम आने वाले दिनों में होगा. इसका इंतजार सभी कर रहे हैं."- निहोरा यादव, पटनानिवासी
"हमलोग लाइटिंग का प्रोजेक्ट कर रहे हैं. एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट तक बनकर तैयार हो गया है. यह पूरी तरह से आवागमन के लिए तैयार हो चुका है."- दिलीप कुमार सिंह, इलेक्ट्रीशियन
सफर होगा आसान: गंगा एक्सप्रेस वे गंगा किनारे दीघा से शुरू होकर दीदारगंज तक कई आर्म बनाए जा रहे हैं. पहला आर्म एन सिन्हा इंस्टिट्यूट के पास बनाया गया है. कई जगह लोगों को आने-जाने की सुविधा होगी. अभी दीघा से शुरू होकर कुर्जी, बांस घाट और फिर एन सिन्हा इंस्टिट्यूट होते हुए वाहन गांधी मैदान तक पहुंच सकेगा. दीघा में रोटरी बनाया गया है जिसके माध्यम से अटल पथ को जोड़ा गया है.
सीएम का ड्रीम प्रोजक्ट 2024 तक होगा तैयार: गांधी सेतु के बाद 1 महीने के अंदर राजधानी पटना के लोगों को यह दूसरी बड़ी सौगात मिलने जा रही है जिस पर लोग फर्राटे से गाड़ी चला सकेंगे. वहीं गंगा किनारे लुक्त भी उठा सकेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट भी है लेकिन कई कारणों से भी विलंब हुआ है. 20.5 किलोमीटर की लंबाई में इसका निर्माण 3 फेज में किया जा रहा है. 2024 तक यह पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा. ऐसे मुख्यमंत्री ने इसे बख्तियारपुर तक विस्तार की घोषणा भी की है. फिलहाल इस महीने राजधानी के लोगों का एक बड़ा सपना पूरा होने जा रहा है.
मुंबई का मरीन ड्राइव: मुंबई का मरीन ड्राइव (Mumbai Marine Drive) बेहद प्रसिद्ध और खूबसूरत पर्यटन स्थल है. समुंद्र के किनारों पर C के आकार में ये करीब 3 किलोमीटर लंबी सड़क है जिस पर सैलानी समुद्री लहरों का नजारा देखते हैं. प्राकृतिक सुंदरता बिखेरती ये छह लेन वाली कंक्रीट की सड़क है. मरीन ड्राइव के उत्तरी छोर पर गिरगांव चौपाटी और दक्षिणी सिरे पर नरीमन पॉइंट है. मरीन ड्राइव को क्वीन्स नेकलेस के रूप में भी जाना जाता है. क्योंकि जब रात में ड्राइव के साथ कहीं भी एक ऊंचे बिंदु से इस सड़क को देखा जाता है तो उस पर लगी स्ट्रीट लाइट एक हार में मोतियों की तरह दिखाई देती हैं.
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