पटनाः राजधानी पटना में सालों से रह रहे गरीबों के पास राशन कार्ड नहीं है. कोरोना संकट काल में सरकार की ओर से दिए जा रहे मुफ्त राशन का लाभ इन्हें नहीं मिल पा रहा है. क्योंकि इनके पास राशन कार्ड नहीं है. सीएम के निर्देश पर राशन कार्ड बनाने का काम तो शुरू हुआ, लेकिन बहुत धीमी गति से चल रहा है. पटना के वार्ड नंबर-9 में राशन कार्ड बनाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है.
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गरीबों के पास नहीं है राशन कार्ड
राजधानी पटना के वीआईपी इलाकों में से एक वार्ड नंबर-9 के गरीबों को राशन कार्ड अब तक नहीं मिला है. क्षेत्र के मुखिया और वार्ड काउंसलर को फॉर्म भराने की जिम्मेवारी दी गई है. काफी संख्या में लोग सुबह से राशन कार्ड बनाने के लिए हार्डिंग रोड पहुंचे हैं और फॉर्म भर रहे हैं. कुछ लोगों का राशन कार्ड था लेकिन कैंसिल हो गया. अब कोरोना संकटकाल में सरकार की ओर से दी जा रही राहत के लिए राशन कार्ड होना जरूरी है. इसलिए लोग हर हाल में चाहते हैं कि राशन कार्ड बन जाए.
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राशन कार्ड नहीं रहने से नहीं मिला अनाज
गरीबों के कामकाज बंद हैं और उनके लिए 2 जून की रोटी की जुगाड़ कर पाना मुश्किल हो रहा है. जीविका की ओर से सर्वे के बाद कुछ लोगों को 1 हजार रुपया मिल गया है. लेकिन अब मुफ्त में राशन के लिए राशन कार्ड जरूरी है. राशन कार्ड के लिए जो फॉर्म भरा जा रहा है, वार्ड काउंसलर के लोग इसमें मदद कर रहे हैं. लेकिन लोग सोशल डिस्टेंसिंग का फॉर्म भरने के दौरान ख्याल नहीं रख रहे हैं. लोगों का आवेदन भरने वाले कार्यकर्ता के अनुसार 10 दिनों में राशन कार्ड बनाने का काम पूरा कर देना है.
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राशन कार्ड के लिए परेशान लोग
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पिछले 10 दिनों में साढ़े चार लाख से अधिक लोगों का नया राशन कार्ड बना है. अभी 15 लाख के करीब लोगों का राशन कार्ड बनाना बाकी है. सरकार की तरफ से राशन कार्ड बनाकर मुफ्त राशन की सुविधा मुहैया कराने की कोशिश हो रही है. लेकिन पूरी प्रक्रिया में लोग परेशान हैं. कई जगह अफरा-तफरी भी देखने को मिल रही है. सोशल डिस्टेंसिंग का भी मखौल उड़ाया जा रहा है.