पटना: पटना: जिले के बुद्धा स्मृति पार्क के नजदीक देशभर में सीएए, एनआरसी विरोधी कार्यकर्ताओं पर भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे दमन के खिलाफ सीएए, एनपीआर और एनआरसी विरोधी मोर्चा ने प्रदर्शन किया. दिल्ली हिंसा के असली अपराधियों को गिरफ्तार करने और सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि सरकार जेल में बंद करके हमें रोक नहीं सकती और हम चुप नहीं रहने वाले हैं. हम लगातार सरकार के जनविरोधी नीतियों और कानूनों के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे और प्रदर्शन करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का फायदा उठाकर पिछले दो महीनों में दिल्ली पुलिस ने जामिया के छात्रों को गिरफ्तार कर लिया. यह कोई नई बात नहीं है. हर जगह इसी तरह से हो रहा है. सरकार लॉकडाउन का फायदा उठा कर देश विरोधी गतिविधियों पर आवाज उठाने वालों को गिरफ्तार कर जेल में डाल रही है.
देश विरोधी गतिविधियों पर बोलने वालों को रोक रही सरकार
वहीं अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन के राज्य सचिव शशि यादव ने कहा कि सरकार देश विरोधी गतिविधियों पर आवाज उठाने वाले लोगों की गिरफ्तारी तो कर ही रही है. साथ में उन पर यूएपीए जैसा काला कानून थोपा जा रहा है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक आंदोलन कार्यकर्ताओं को भी जेल में बंद किया जा रहा है. आखिर सरकार ऐसा क्यों कर रही है.
सरकार को रद्द करना पड़ेगा यूएपीए
वहीं शशि यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार हमें अपनी आवाज उठाने से रोक रही है. ऐसा बिल्कुल नहीं होगा. काला कानून नहीं चलेगा. सरकार को यूएपीए को रद्द करना पड़ेगा. जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक हमारा आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा. वहीं उन्होंने बताया कि हमारी मांग है कि जिन लोकतांत्रिक और राजनीतिक आंदोलन करने वाले कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तत्काल सरकार रिहा करें. साथ ही दिल्ली में हुए दंगे के जो मुख्य आरोपी हैं, उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दे.