पटनाः जिले के मनेर में पिछले कई दिनों से लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मनेर रिंग रोड को लेकर स्थानीय समाजसेवी संगठन ने मनेर पड़ाव पर तीन दिवसीय धरना और अनशन का आयोजन किया है. यह रिंग रोड संघर्ष समिति के बैनर तले किया जा रहा है. समिति के सदस्यों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के लिए हस्ताक्षर अभियान की भी शुरुआत की है.
पहले डीपीआर में किया गया था शामिल
मनेर में रिंग रोड को लेकर लंबे समय से विरोध प्रदर्शन जारी है. दरअसल, मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल रिंग रोड को मनेर नगर होते हुए जाना था. इसे पहले डीपीआर में शामिल भी किया गया था. लेकिन अंतिम डीपीआर में रिंग रोड को मनेर के पूर्वी भाग शेरपुर से ही दिघवाड़ा की तरफ मोड़ दिया गया.
फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
दियारा क्षेत्र और मनेर नगर के लोग रिंग रोड को लेकर लागातार प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि रिंग रोड को लेकर युवाओं ने सोशल ऐक्टिविस्ट फोरम के बैनर तले तीन दिवसीय प्रदर्शन और रिंग रोड सत्याग्रह किया था. वहीं कुछ संगठन दण्डवत यात्रा भी कर चुके हैं. मनेर प्रखंड मुख्यालय में लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला भी फूंका था.
'लोगों में काफी आक्रोश'
मनेर विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था, लेकिन अब तक इसपर कोई जवाब नहीं आया है. स्थानीय समाजसेवी चौधरी ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि मनेर रिंग रोड को डीपीआर से हटाए जाने को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है.
'जनता देगी मुंह तोड़ जवाब'
किसान नेता श्याम बिहारी ने कहा कि मनेर सूफी संतों की धरती है. बिहार पर्यटन विभाग ने मनेर दरगाह को अपने आधीन कर लिया है. इसके बावजूद भी रिंग रोड को डीपीआर से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जनता मुंह तोड़ जवाब देगी.