पटना: बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) को लेकर पटना के धनरूआ प्रखंड में 24 अक्टूबर को पांचवें चरण का मतदान (Fifth Phase Of Election) होना है. जिसे लेकर नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है. ऐसे में अब उम्मीदवार गांव-गांव जाकर प्रचार-प्रसार में जुट हुए हैं. वहीं, इस वर्ष मतदाता भी काम करने वाले मुखिया को ही वोट देने की बात कह रहे हैं.
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पटना-जहानाबाद जिले की सीमा पर बसे नक्सल गोनपुरा गांव (Naxalite Gonpura Village In Patna) में मतदाताओं के बीच चुनावी चर्चा जोर-शोर से चल रही है. जहां स्थानीय लोगों ने विकास को ही आधार बनाते हुए गांव में पंचायत सरकार भवन को चुनावी मुद्दा बताया है. वहीं, इस बार काम नहीं करने वाले मुखिया को वोट नहीं देने की बात कही गई है.
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बताते चलें कि धनरूआ प्रखंड के मई नेतौल पंचायत में तकरीबन 8 हजार मतदाता और 14 वार्ड है. जहां पिछले 10 सालों से ही आशुतोष मुखिया रहे हैं. वहीं, जब मुखिया आशुतोष से पिछले पांच सालों का हिसाब मांगा गया, तो उन्होंने बताया कि पूरे पंचायत में 70-72 योजनाओं पर काम हुआ है. नल-जल, सड़क, नाली निर्माण सभी जगहों पर काम हुआ है. जहां काम अधूरा रह गया है, उसे अब पूरा कराया जाएगा.
बताते चलें कि बिहार में पांचवें चरण के चुनाव को लेकर अबतक 25,663 नामांकन पत्र दाखिल किए जा चुके हैं. राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार 30 सितंबर से 06 अक्टूबर के बीच पांचवें चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया गया है. अबतक दाखिल किए गए नामांकन पत्रों में 12,376 पुरुष और 13,287 महिला प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कराया है. इस चरण में 38 जिलों के 58 प्रखंडों में चुनाव होना है. इस चरण के लिए मतदान 24 अक्टूबर को निर्धारित है.
'पंचायत सरकार भवन मुख्य चुनावी मुद्दा है. हमने जो भी 10 सालों में काम किया है, उस विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. मैं दो बार 2011 और 2016 में मुखिया रहा हूं. अब तक लगभग 70-72 योजनाओं पर काम हो चुका है. जो भी कार्य अधूरे रह गए हैं, उसे अगामी पांच वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा.' -आशुतोष, मुखिया