पटना: तत्कालीन सेंट्रल रेंज डीआईजी राजेश कुमार के बनाए गए पीआरओ व्यवस्था की फरियादी जमकर सराहना कर रहे हैं. सिस्टम के शुरू होने के बाद थानों में शिकायत लेकर आने वालों को ऑडी अफसर या मुंशी से मिलने की कोई जरूरत नहीं पड़ती. वहीं, पीआरओ सहजता से लोगों की फरियाद सुनते हैं.
पीआरओ खुद लिख रहे हैं आवेदन
गौरतलब है कि पीआरओ सिस्टम का मकसद ही पीड़ितों को सुविधा देना है. पीआरओ सिस्टम फरियादियों को केस दर्ज कराने और थानों में सभ्य और उचित व्यवहार दिलाने में मदद करता है. आलम यह है कि फरियादी अपनी समस्या लिखने में असमर्थ है तो पीआरओ उसका आवेदन खुद लिख रहे हैं.
जमकर सराहना कर रहे हैं लोग
वहीं, पटना कदमकुआं थाने में बोर्ड न लगे होने के प्रश्न पर पीआरओ राकेश कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले आई बाढ़ में थाना पूरी तरह से डूब गया था जिस कारण पीआरओ का बोर्ड खराब हो चुका है. बोर्ड बनाने का ऑर्डर दे दिया गया है. जल्द ही ऑडी अफसर के टेबल पर भी पीआरओ का बोर्ड लगा दिया जाएगा. हालांकि, थाने में मौजूद लोग इस व्यवस्था की जमकर सराहना करते दिखे.