पटना: मकर संक्रांति के दिन पतंगबाजी की परंपरा रही है. लेकिन इस साल पटनावासी संक्रांति के मौके पर पतंगबाजी करने से मरहूम रह गए. इसका कारण था कि राजधानी पटना में इस बार मकर संक्रांति के मौके पर बड़े पैमाने पर कोई भी पतंगबाजी कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया. वहीं, मानव श्रृंखला की तैयारियों को लेकर गांधी मैदान को पूरी तरह सील कर दिए जाने से पटनावासी गांधी मैदान में आकर पतंगबाजी का भी लुत्फ नहीं उठा सके.
बता दें कि 15 जनवरी 2017 को पतंगबाजी महोत्सव के दौरान पटना के दियारा इलाके में भयानक हादसा हो गया था. जिसके बाद राज्य सरकार ने सरकारी स्तर पर कोई भी पतंगबाजी से जुड़ा बड़ा कार्यक्रम नहीं किया. वहीं, 19 जनवरी 2020 को गांधी मैदान में मानव श्रृंखला की तैयारियों को लेकर 1 सप्ताह पहले से ही गांधी मैदान के सभी एंट्रेंस गेट को बंद कर दिया गया है. इसी कारण से स्थानीय लोग गांधी मैदान नहीं पहुंच सके. स्थानीय युवक सन्नी कुमार ने बताया कि उसे पता नहीं था कि गांधी मैदान को सील किया गया है और वह अपने दोस्तों के साथ पतंगबाजी करने गांधी मैदान पहुंचा था. लेकिन सभी गेट के बंद होने के कारण वो पतंगबाजी नहीं कर पाया. उसके कई दोस्त दूसरे-दूसरे जगहों पर पतंगबाजी करने के लिए चले गए. मकर संक्रांति के मौके पर पतंगबाजी ना कर पाने से त्योहार का आनंद नहीं आया.
'हम' ने साधा निशाना
मानव श्रृंखला की तैयारियों को लेकर गांधी मैदान को सील किए जाने पर हम के प्रवक्ता विजय यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार दिखावा करने के लिए मानव श्रृंखला बना रही है. इसी कारण से लोगों को परंपरा से दूर कर दिया. वहीं, जिला प्रशासन सरकार के पिट्ठू बनकर रह गए हैं.