पटना: बिहार सहित देशभर में आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट में गड़बड़ी (RRB NTPC Result Issue) का मुद्दा गरमाया हुआ है. आरआरबी एनटीपीसी के अभ्यर्थी परीक्षाफल और परीक्षा के पैटर्न से नाराज हैं. नाराज छात्र लगातार आंदोलन कर रहे हैं और जगह-जगह पर तोड़फोड़ की घटनाएं भी हो रही हैं. जवाबी कार्रवाई में पटना पुलिस ने छात्रों के लॉज में घुसकर छापेमार कार्रवाई की. पुलिस ने कमरे में घुसकर छात्रों के साथ बर्बरता की और कमरे में छात्रों को लाठी और डंडों से जमकर पीटा है.
दरअसल, 25 जनवरी को पटना के कदम कुआं थाना क्षेत्र के मुसल्लम पुर हाट में आरआरबी एनटीपीसी के रिजल्ट में सुधार की मांग को लेकर एक बार फिर से छात्रों ने हंगामा किया था और पुलिस ने हंगामा कर रहे छात्रों पर जमकर लाठियां चटकाने के साथ-साथ उन पर आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन का उपयोग भी किया था और इस दौरान हंगामा कर रहे छात्र वहां से भाग खड़े हुए थे. इस घटना के 2 दिनों के बाद मुसल्लम पुर हाट इलाके से आया एक वीडियो बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रहा है.
इस वीडियो में साफ तौर से देखा जा रहा है की मौके पर मौजूद पुलिस बल छात्रों के लॉज में घुसकर उन्हें कमरे से निकाल निकाल कर उनकी पिटाई कर रहे हैं और इसी दौरान दूसरे लॉज में रहने वाले किसी छात्र ने इसका पूरा वीडियो बना लिया है वायरल वीडियो में साफ तौर से सुना जा रहा है कि छात्रों को पीटने के साथ साथ ही मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी उन्हें भद्दी भद्दी गालियां देने से भी बाज नहीं आ रहे हैं.
छात्रों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि ''पुलिस एक्शन हमेशा संविधान के दायरे में ही होता है. मुसल्लम पुर हाट में कई लोग घायल हुए थे उसमें कई मीडिया वाले भी थे. जो भी हंगामा हुआ उसे नियंत्रित करने के लिए हम लोगों के पास जो भी कानून कार्रवाई होती है करने के लिए वो हमने किया. जो कार्रवाई हुई है वो केवल सबूतों के आधार पर हुई है.''
बता दें कि आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट में गड़बड़ी के खिलाफ उठे आंदोलन को और गति देने के लिए छात्र संगठनों ने कल यानी 28 जनवरी को बिहार बंद (RRB NTPC Student Bihar Bandh) का आह्वान किया है. इस बंद का पहले महागठबंधन ने समर्थन देने की बात कही है. अब जनाधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने भी खुलकर छात्रों का समर्थन किया है. छात्र और शिक्षकों पर रेलवे के द्वारा की गई कार्रवाई के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई है. AISA, AISF और NSUI समेत कई छात्र संगठनों ने बिहार बंद के आह्वान को समर्थन दिया है.
दरअसल, रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा-2021 परिणाम 14-15 जनवरी को जारी किये गए थे. इन परीक्षाओं में 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे और नतीजे आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष का मुद्दा छाया हुआ है. इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. ये विरोध बिहार और देश के कई अन्य हिस्सों में छात्रों द्वारा किया जा रहा है. मंगलवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया, कई घण्टे तक रेलों को बाधित किया. हालांकि इस बीच रेल मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों को रेलवे की नौकरी पाने से जीवन भर के लिए बैन करने की चेतावनी भी दी.
छात्रों के हंगामे से हालात बेकाबू हुए तो पुलिस एक्शन में आई और हंगामा करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई. आंदोलन के लिए छात्रों को उकसाने और उन्हें हिंसा के प्रेरित करने के मामले में गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों के बयान पर पटना वाले खान सर, एस के झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर और बाजार समिति के विभिन्न कोचिंग संस्थानों के संचालकों के खिलाफ पटना के पत्रकारनागर थाना में मामला दर्ज किया गया.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP