पटना: कोरोना महामारी के चलते भले ही यात्रियों के लिए ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया था, लेकिन इस दौरान पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत पटना जंक्शन ने लॉकडाउन के दौरान पार्सल से अच्छी कमाई की है. दरअसल, पटना जंक्शन पर लॉकडाउन के दौरान मालगाड़ी से खाद्य सामग्री और दवाइओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया गया, जिससे रेलवे को काफी फायदा हुआ है.
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60 से 70 प्रतिशत तक हुई वृद्धि
इस संबंध में पटना जंक्शन के निदेशक डॉ नीलेश कुमार ने बताया कि पूर्व मध्य रेलवे की मालगाड़ियों ने लॉकडाउन में जबरदस्त परफॉर्मेंस किया है, पटरियां खाली थी, मालगाड़ियां आसानी से आ जा रही थी. उन्होंने कहा कि 2020 का अप्रैल और मई का महीना थोड़ा सा सुस्ती भरा रहा, लेकिन उसके बाद से पार्सल में 60 से 70 % तक की वृद्धि हुई है, जिससे पटना जंक्शन का राजस्व बढ़ा है.
चलाई जा रही किसान रेल
निदेशक डॉ नीलेश कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के समय माल ढुलाई पर रेलवे ने छूट भी दी है, रेलवे ने खाद्य समाग्री की ढुलाई पर टैरिफ के माध्यम से छूट दी. जिसका व्यापारी और आम लोग ने खूब लाभ उठाया है. इसके अलावे किसान रेल भी चलाया जा रही हैं, जिस से समय पर किसानों के माल को पहुंचाया जा रहा है. वहीं, अगर महीने की कमाई की बात करें तो 15 लाख से ऊपर की कमाई पटना जंक्शन को पार्सल से हो रही है.
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फेस्टिव सीजन में होता है फायदा
निदेशक डॉ नीलेश कुमार ने कहा कि किसी-किसी महीने पार्सल घटते बढ़ते रहते हैं, जब फेस्टिवल सीजन आता है तब उस महीने में पार्सल से माल ढुलाई और ज्यादा बढ़ जाती है और जिस महीने में कोई विशेष फेस्टिवल नहीं होते माल ढुलाई की स्थिति सामान्य रहती है. कोरोना के कारण शुरू में जब सड़क परिवहन बंद हो गया तब, लोगों के लिए पार्सल मंगाने और पहुंचाने के लिए एकमात्र बेहतर साधन रेलवे ही रहा. रेलवे ने भी लॉकडाउन के दौरान लोगों की आकंशाओं के अनुरूप काम किया, जिससे निश्चित तौर पर ट्रेनों में पार्सल की संख्या बढ़ी है.