पटना: बिहार में कोरोना महामारी (Corona Pandemic in Bihar) से सम्बंधित जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Patna High Court on Omicron Variant) पर गहरी चिंता जाहिर की. पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल (Patna High Court Chief Justice Sanjay Karol) के खंडपीठ ने शिवानी कौशिक व अन्य की जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कोरोना के इस नए वेरिएंट से (New Corona variant Omicron) सतर्क रहने को कहा.
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हाईकोर्ट ने इस मामले पर बिहार में उपलब्ध मेडिकल सुविधाओं का जिलेवार ब्योरा अगली सुनवाई में देने का निर्देश राज्य सरकार को दिया है. कोर्ट ने राज्य सरकार को बताने को कहा है कि ऑक्सीजन की राज्य में क्या स्थिति है. कोर्ट ने राज्य सरकार को बताने को कहा कि बिहार में ऑक्सीजन उत्पादन (Oxygen production in Bihar) व आपूर्ति की क्या स्थिति है. साथ ही ऑक्सीजन के भण्डारण की क्या व्यवस्था है.
कोर्ट ने कहा कि ये कोरोना का नया वेरिएंट पिछले अन्य कोरोना वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है. इसलिए सभी को पूरी सतर्कता और सावधानी बरतने की सख्त जरुरत है. कोरोना महामारी ने 2020 के मार्च में पूरे देश समेत बिहार में भी दुष्प्रभाव दिखाया था. इसके कारण पूरे देश में भारी संख्या में लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था. मार्च-अप्रैल 2021 में इस महामारी ने खतरनाक रूप धारण किया था. इस दौरान भी बड़ी संख्या लोगों की जान गई थी.
कोर्ट ने कहा कि इस परिस्थिति के लिए राज्य में चिकित्सा अधारभूत संरचना की कमी रही. बेड, दवा, एम्बुलेंस, ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इस परिस्थिति में यह जरूरी है कि राज्य सरकार नए कोरोना वेरिएंट से निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू करे. इस मामले पर अगली सुनवाई छह दिसंबर 2021 को होगी.
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